प्रतिक्रिया | Thursday, May 02, 2024

प्रत्यक्ष कर संग्रह में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी, 18.90 लाख करोड़ रुपये से पार

देश में आर्थिक र्मोचे पर अच्छी खबर है। आयकर विभाग ने जानकारी दी है कि चालू वित्त वर्ष 2023-24 में 17 मार्च तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 19.88 फीसदी बढ़कर 18.90 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है। पिछले वित्त वर्ष 2022-23 की इसी अवधि में 15.76 लाख करोड़ रुपये रहा था।

मार्च तक कुल प्रत्यक्ष कर संग्रह 18,90,259 करोड़
वित्त मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि आयकर विभाग के निकाय केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के जारी आंकडों के मुताबिक 17 मार्च तक कुल प्रत्यक्ष कर संग्रह 18,90,259 करोड़ रुपये रहा, जिसमें 9,14,469 करोड़ रुपये कॉरपोरेट कर और व्यक्तिगत आयकर के अलावा 9,72,224 करोड़ रुपये का प्रतिभूति लेनदेन कर (एसटीटी) भी शामिल है। वहीं, चालू वित्त वर्ष 2023-24 में 17 मार्च तक करीब 3.37 लाख करोड़ रुपये का रिफंड भी जारी किया जा चुका है।

पिछले साल के मुकाबले 18.74 फीसदी अधिक
आयकर विभाग के मुताबिक सकल आधार पर रिफंड समायोजन से पहले कुल प्रत्यक्ष कर संग्रह 22.27 लाख करोड़ रुपये रहा। यह पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 18.74 फीसदी अधिक है। सीबीडीटी के मुताबिक वित्त वर्ष 2023-24 में 17 मार्च तक प्रत्यक्ष कर संग्रह के अस्थायी आंकड़े बताते हैं कि शुद्ध कर संग्रह 18,90,259 करोड़ रुपये है, जबकि पिछले वित्त वर्ष 2022-23 की समान अवधि में 15,76,776 करोड़ रुपये रहा था। इस तरह यह पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 19.88 फीसदी अधिक है।

बता दें कि केंद्र सरकार ने प्रत्यक्ष कर संग्रह के संशोधित अनुमान में चालू वित्त वर्ष 2023-24 के लिए प्राप्तियां 19.45 लाख करोड़ रुपये रहने की उम्मीद जताई है।

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आखरी अपडेट: 2nd May 2024