देश में वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान अभी तक प्रत्यक्ष कर संग्रह (डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन) में 23.51% की वृद्धि हुई है। प्रत्यक्ष कर संग्रह के अनंतिम आंकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2023-24 में सितंबर माह के मध्य तक 8,65,117 करोड़ रुपए का शुद्ध संग्रह किया गया है, जबकि पिछले वित्तीय वर्ष की समान अवधि में 7,00,416 करोड़ रुपए का शुद्ध संग्रह किया गया था, जो 23.51 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।
सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह में भी शानदार वृद्धि
वहीं इस वित्त वर्ष में अब तक सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह में भी 18.29 प्रतिशत की शानदार वृद्धि हुई, जो नौ लाख 87 हजार करोड़ रुपये से अधिक है। पिछले वित्त वर्ष में आठ लाख 34 हजार करोड़ रुपए से अधिक का सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह दर्ज किया गया था।
अग्रिम कर संग्रह में 20.73 प्रतिशत की वृद्धि
इस वित्त वर्ष का अग्रिम कर संग्रह यानी एडवांस टैक्स कलेक्शन 20.73 प्रतिशत की वृद्धि के साथ तीन लाख 55 हजार करोड़ रुपये रहा। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में अग्रिम कर संग्रह दो लाख 94 हजार चार सौ 33 करोड़ रुपए दर्ज किया गया था। मंत्रालय ने बताया है कि अब तक एक लाख 21 हजार करोड़ रुपए का रिफंड भी जारी किया जा चुका है।
प्रत्यक्ष कर
प्रत्यक्ष कर एक ऐसा कर है जो एक व्यक्ति या संगठन द्वारा प्रत्यक्ष तौर पर उस संस्था को दिया जाता है जिसने इसे अधिरोपित किया है। उदाहरण के लिए एक व्यक्तिगत करदाता, आयकर, वास्तविक संपत्ति कर, व्यक्तिगत संपत्ति कर सहित विभिन्न उद्देश्यों के लिए सरकार को प्रत्यक्ष कर का भुगतान करता है।