राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय ने नई दिल्ली में साइबर सुरक्षा सहयोग पर बिम्सटेक विशेषज्ञ समूह की दूसरी बैठक का आयोजन 21 जनवरी, 2025 को किया। आप को बता दें कि साइबर सुरक्षा पर पहली बिम्सटेक विशेषज्ञ समूह की बैठक भी भारत द्वारा 2022 में नई दिल्ली में की गई थी।
बैठक का मुख्य उद्देश्य है कार्य योजना तैयार करना
इस बिम्सटेक विशेषज्ञ समूह की बैठक का मुख्य उद्देश्य कार्य योजना तैयार करना है, जो आईसीटी के उपयोग में साइबर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए बिम्सटेक सदस्य देशों के बीच समन्वय और सहयोग को बढ़ावा देगा। यह कार्य योजना साइबर संबंधी सूचनाओं के आदान-प्रदान, साइबर अपराध, महत्वपूर्ण सूचना अवसंरचनाओं की सुरक्षा, साइबर घटना प्रतिक्रिया और साइबर मानदंडों से संबंधित अंतरराष्ट्रीय विकास के लिए प्रणाली को कवर करेगी। इस कार्य योजना को 5 वर्षों की समय सीमा के भीतर लागू करने का प्रस्ताव है।
स्कूली बच्चों के लिए साइबर स्वच्छता पर दिया बल
दूसरी बैठक के दौरान कुछ महत्वपूर्ण आदान-प्रदान हुए हैं, जिनमें बिम्सटेक सीईआरटी-टू-सीईआरटी सहयोग प्रणाली का निर्माण, कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच साइबर अपराध सहयोग ढांचा और क्षेत्र में साइबर सुरक्षा पर क्षमता निर्माण कार्यक्रम शामिल हैं। विभिन्न प्रस्तुतियों के बीच, भारत ने “स्कूली बच्चों के लिए साइबर स्वच्छता” पर भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4सी) की अपनी पहल के बारे में भी प्रस्तुति दी।
सुरक्षित और लचीला साइबर स्पेस बनाने के लिए मिलकर काम करने से होगा लाभ
बैठक में इस बात पर सहमति हुई कि कार्ययोजना का क्रियान्वयन बिम्सटेक में साइबर सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा। बिम्सटेक देश इस कदम के द्वारा क्षेत्र में अधिक सुरक्षित और लचीला साइबर स्पेस बनाने के लिए मिलकर काम कर सकते हैं।