भारत ने आज शुक्रवार को नई दिल्ली में आसियान-भारत व्यापार माल समझौते (AITIGA) की समीक्षा के लिए संयुक्त समिति की 8वीं बैठक की मेजबानी की। यह बैठक 7 अप्रैल को शुरू हुई थी और इसे ऑनलाइन व ऑफलाइन, दोनों तरीकों से आयोजित किया गया। बैठक की सह-अध्यक्षता वाणिज्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव राजेश अग्रवाल और मलेशिया के निवेश, व्यापार और उद्योग मंत्रालय की वरिष्ठ निदेशक सुगुमारी एस. शनमुगम ने की। बैठक में ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम समेत सभी आसियान देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
बैठक का मुख्य उद्देश्य AITIGA समझौते की समीक्षा कर उसे आधुनिक, उपयोगकर्ता अनुकूल और व्यापार को बढ़ावा देने वाला बनाना था। इस दौरान समझौते के तहत काम करने वाली आठ उप-समितियों में से पांच ने भी बैठकें कीं। इनमें से चार उप-समितियां- कस्टम प्रक्रियाएं व व्यापार सुविधा, आर्थिक और तकनीकी सहयोग, राष्ट्रीय व्यवहार व बाजार पहुंच और स्वच्छता और पादप स्वच्छता उपायों पर चर्चा करने वाली उप-समितियां -नई दिल्ली में मिलीं, जबकि रूल्स ऑफ ओरिजिन पर आधारित उप-समिति की बैठक जकार्ता, इंडोनेशिया में हुई। इन बैठकों के दौरान समझौते के प्रावधानों की समीक्षा, टेक्स्ट तैयार करने और शुल्क वार्ता की तैयारी में भी महत्वपूर्ण प्रगति हुई।
गौरतलब है कि आसियान भारत का एक प्रमुख व्यापारिक भागीदार है और भारत के कुल वैश्विक व्यापार का लगभग 11% हिस्सा आसियान देशों से होता है। वित्त वर्ष 2023-24 में भारत और आसियान के बीच द्विपक्षीय व्यापार 121 अरब डॉलर तक पहुंच गया। अगली AITIGA संयुक्त समिति की बैठक जून 2025 में कुआलालंपुर, मलेशिया में आयोजित की जाएगी, जिसमें आर्थिक सहयोग को और आगे बढ़ाने पर चर्चा जारी रहेगी।