महाराष्ट्र में सिंधुदुर्ग के राजकोट किले में स्थापित छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा को असाधारण मौसम की स्थिति के कारण हुई दुर्भाग्यपूर्ण क्षति की जांच के लिए महाराष्ट्र सरकार के प्रतिनिधियों और तकनीकी विशेषज्ञों के साथ भारतीय नौसेना की अध्यक्षता में एक संयुक्त तकनीकी समिति का गठन किया जा रहा है।
रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी है, एक बयान में मंत्रालय ने बताया कि इस प्रतिमा का अनावरण 04 दिसंबर, 23 को नौसेना दिवस समारोह के हिस्से के रूप में किया गया था। यह आयोजन पहली बार सिंधुदुर्ग के राजकोट किले में किया गया था। इसका उद्देश्य समुद्री रक्षा और सुरक्षा के प्रति मराठा नौसेना और छत्रपति शिवाजी महाराज की विरासत एवं आधुनिक भारतीय नौसेना के साथ इसके ऐतिहासिक संबंधों का सम्मान करना था।
बता दें, सिंधुदुर्ग जिले के राजकोट किले में 35 फुट ऊंची प्रतिमा सोमवार 26 अगस्त को दोपहर करीब एक बजे ढह गई थी। प्रतिमा का निर्माण भारतीय नौसेना ने राज्य सरकार के साथ मिलकर किया था। इसके लिए राज्य सरकार ने धन भी उपलब्ध कराया था। मंत्रालय ने कहा कि भारतीय नौसेना शिवाजी महाराज की प्रतिमा की मरम्मत, पुनरुद्धार और यथाशीघ्र उसकी पुनःस्थापना के लिए सभी उपायों में सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है।