भारत के बाद अब नेपाल भी अपने धार्मिक तीर्थस्थलों को बढ़ावा दे रहा है। दरअसल, नेपाल के आम बजट में इस बार सरकार ने जनकपुरधाम को डेस्टिनेशन वेडिंग हब और लुम्बिनी को बर्थिंग हब बनाने की घोषणा की है। जनकपुरधाम और लुम्बिनी के अलावा नेपाल के आम बजट में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए रामायण सर्किट, बुद्ध सर्किट, शिव सर्किट के विकास की भी घोषणा की गई है।
डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए भी दिया जाएगा बढ़ावा
नेपाल के वित्त मंत्री वर्षमान पुन ने संसद में देश का आम बजट पेश करते हुए भारत सहित दुनिया भर में रहने वाले हिन्दुओं के लिए भगवान राम और सीता के विवाह स्थल जनकपुरधाम के विवाह मंडप को डेस्टिनेशन वेडिंग हब के रूप में विकसित करने की घोषणा की है। बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री पुन ने कहा कि डेस्टिनेशन वेडिंग अब सिर्फ उच्च और सम्भ्रान्त परिवार ही नहीं, बल्कि उच्च मध्यम वर्ग में भी काफी लोकप्रिय हो रहा है। भारत के लोग डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए बैंकाक, मॉरीशस, मालदीव जाते हैं और लाखों रुपये खर्च करते हैं, जबकि नेपाल का काठमांडू, पोखरा और जनकपुर इन देशों से कहीं सस्ता है। उन्होंने कहा कि राम-सीता का विवाह मंडप या जनकपुरधाम में ही शादी करना किसी भी हिन्दू धर्मावलंबियों के लिए आकर्षित कर सकता है।
बुद्ध की जन्मस्थली लुम्बिनी को भी किया जाएगा विकसित
सरकार ने बर्थिंग हब के रूप में भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुम्बिनी को विकसित करने की घोषणा की है। वित्त मंत्री पुन ने कहा कि भगवान बुद्ध के अनुयायी सिर्फ नेपाल और भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया के कई अन्य देशों में भी भारी संख्या में मौजूद हैं। ऐसे में लुम्बिनी में सरकार के निवेश से अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस अंतरराष्ट्रीय स्तर का बर्थिंग सेंटर बनाने की योजना है। उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध के अनुयायी के लिए लुम्बिनी में बुद्ध की जन्मस्थली पर अपने बच्चों को जन्म देना एक सपने जैसा होगा और इसके लिए नेपाल सरकार विशेष व्यवस्था करेगी।