जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार 24 अप्रैल को एक सर्वदलीय बैठक बुलाने जा रही है। इस बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। यह बैठक आतंकी हमले के बाद देश की सुरक्षा और राजनीतिक एकजुटता पर चर्चा के लिए आयोजित की जा रही है। इससे पहले बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट सुरक्षा समिति (CCS) की आपात बैठक बुलाई, जो दो घंटे से अधिक चली। प्रधानमंत्री मोदी ने इस गंभीर घटना को देखते हुए अपना सऊदी अरब दौरा बीच में छोड़ कर बुधवार सुबह ही दिल्ली लौटकर बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बताया, “पहलगाम में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर 7, लोक कल्याण मार्ग पर CCS की बैठक की अध्यक्षता की।”
बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल समेत कई शीर्ष अधिकारी मौजूद रहे। गौरतलब है कि यह आतंकी हमला गत मंगलवार को अनंतनाग जिले के पाहलगाम क्षेत्र के बैसरन घास के मैदान में हुआ, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की मौत हो गई। इसे 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे भीषण आतंकी घटना माना जा रहा है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि सरकार आतंकियों और उनके मददगारों को “जवाब देने में देर नहीं करेगी”। उन्होंने कहा, “हम आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर कायम हैं और यह हमला एक करारा जवाब पाएगा।” इसी मुद्दे पर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी 24 अप्रैल को श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र (SKICC) में दोपहर 3 बजे एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है। यह बैठक घाटी में राजनीतिक सहमति और साझा रणनीति पर विचार के लिए है।
इस बीच गृह मंत्री अमित शाह ने आज बुधवार को अनंतनाग के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज (GMC) जाकर घायल पीड़ितों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। उन्होंने बैसारन घाटी के हमले वाले स्थल का हवाई सर्वेक्षण भी किया और वहां उतरकर जमीनी हालात की भी समीक्षा की।-(ANI)