प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान मौनी अमावस्या स्नान के समय हुई भगदड़ के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के साथ आपात बैठक कर सख्त निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यातायात किसी भी स्थिति में बाधित नहीं होना चाहिए चाहे वह महाकुंभ मेला क्षेत्र हो या प्रयागराज से बाहर जाने वाले रास्ते हों। उन्होंने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए हर व्यक्ति को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रशासन को सौंपी।
मुख्यमंत्री ने प्रयागराज के रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर भारी भीड़ जमा होने से रोकने के लिए अधिक मेला स्पेशल ट्रेनें और परिवहन निगम की अतिरिक्त बसें चलाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को रेलवे से समन्वय बनाकर ट्रेनों का संचालन सुनिश्चित करने और परिवहन व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए कहा।
यात्रा मार्गों पर किसी भी प्रकार का जाम न लगे इसके लिए पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाने और ट्रैफिक को लगातार नियंत्रित करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने अयोध्या, वाराणसी, मिर्जापुर और चित्रकूट प्रशासन को विशेष सतर्कता बरतने को कहा क्योंकि महाकुंभ के श्रद्धालु इन शहरों में भी दर्शन-पूजन के लिए पहुंच रहे हैं। उन्होंने सीमावर्ती जिलों को प्रयागराज प्रशासन के साथ तालमेल बनाए रखने का निर्देश दिया ताकि आवागमन बाधित न हो।
वहीं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए होल्डिंग एरिया में पर्याप्त भोजन और पेयजल की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि कोई भी व्यक्ति भूखा-प्यासा न रहे और बिजली आपूर्ति बाधित न हो। इसके अलावा, उन्होंने यह सुनिश्चित करने को कहा कि जहां कहीं भी श्रद्धालुओं को रोका गया हो वहां उनकी आवश्यकताओं का पूरा ध्यान रखा जाए।
आगामी 3 फरवरी को बसंत पंचमी के दिन अमृत स्नान के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव और डीजीपी को खुद प्रयागराज में व्यवस्थाओं की समीक्षा करने के लिए कहा। उन्होंने आदेश दिया कि बसंत पंचमी पर सुरक्षा और सुविधाओं से जुड़ी हर जरूरत का विशेष ध्यान रखा जाए।
महाकुंभ में व्यवस्थाओं को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर बड़े बदलाव किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कुंभ 2019 के दौरान प्रयागराज के मंडलायुक्त रहे आशीष गोयल और एडीए के तत्कालीन वीसी भानु गोस्वामी को फिर से तैनात किया है। इसके अलावा, पांच विशेष सचिव स्तर के अधिकारी भी 12 फरवरी तक प्रयागराज में मौजूद रहेंगे और सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने में सहयोग करेंगे।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि महाकुंभ क्षेत्र में आवागमन लगातार जारी रहना चाहिए और अनावश्यक रूप से किसी को रोका न जाए। किसी भी मार्ग पर भीड़ अधिक न हो और अगर कहीं स्ट्रीट वेंडर रास्ता बाधित कर रहे हों तो उन्हें व्यवस्थित स्थानों पर शिफ्ट किया जाए। गौरतलब है कि महाकुंभ में लाखों श्रद्धालु आ रहे हैं और प्रशासन लगातार व्यवस्था सुधारने में जुटा हुआ है। सरकार की प्राथमिकता है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित हो और भविष्य में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो।