भाजपा के वरिष्ठ नेता, प्रमुख स्टार प्रचारक एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक समाचार एजेंसी को दिए इंटरव्यू में बातचीत के दौरान पूछे गए सवालों का बहुत स्पष्ट, सटीक और बेबाक उत्तर दिए। उन्होंने देश के लिए उनकी पार्टी की सोच और विजन को क्लियर कर दिया। भाजपा के ‘400 पार’ नारे और संविधान बदलने को लेकर चल रही अटकलों पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि संविधान बदलने का बहुमत हमारे पास 10 साल से है, हमें 400 सीटें चाहिए क्योंकि देश में राजनीति में स्थिरता लाना चाहते हैं क्योंकि देश की सीमाओं को सुरक्षित रखना है, हमने 10 वर्षों में अपनी सीटों का उपयोग कैसे किया? अनुच्छेद 370 को निरस्त किया, तीन तलाक को खत्म किया, राम मंदिर बना, UCC लेकर आए। बहुमत के दुरूपयोग करने का इतिहास हमारी पार्टी का नहीं है। बहुमत का दुरूपयोग इंदिरा गांधी के समय में कांग्रेस ने किया था।” जब उनसे पूछा गया कि ‘क्या भाजपा के पास बहुमत के आंकड़े तक नहीं पहुंचने की स्थिति में कोई प्लान बी है?’ तो जवाब में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “प्लान बी तभी बनाने की जरूरत है जब प्लान ए (सफल होने) की 60% से कम संभावना हो। मुझे यकीन है कि प्रधानमंत्री मोदी प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आएंगे।”
इंडी गठबंधन का एक जैसा कल्चर है
इंटरव्यू के दौरान परिवारवादी दलों की जीत होने या ना होने पर पूछे जाने पर अमित शाह ने कहा, “मुझे लगता है कि बदलाव होगा। पूरे इंडी गठबंधन का चरित्र एक तरह से एक-दूसरे से मिलता है। सारी पार्टियां परिवारवादी है, सारी पार्टियां कहती हैं कि धारा 370 वापस लाएंगे। सारी पार्टियां तीन तलाक चाहती हैं। सारी पार्टियां भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई हैं। अमित शाह ने कहा कि इंडी गठबंधन का एक जैसा कल्चर है।” उन्होंने कहा देश की जनता ने तय करना हैं कि 12 लाख करोड़ के घपले, घोटाले और भ्रष्टाचार करने वाली इंडी गठबंधन चाहिए या 23 साल मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री रहते हुए भी अभी तक 25 पैसे का भी आरोप नहीं है, ऐसे नरेंद्र मोदी चाहिए।
देश का अब कभी भी विभाजन नहीं हो सकता
तथाकथित ‘उत्तर-दक्षिण भारत विभाजन’ पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “अगर कोई कहता है कि ये अलग देश है, तो यह बहुत आपत्तिजनक है, इस देश का अब कभी भी विभाजन नहीं हो सकता है। कांग्रेस पार्टी के एक कद्दावर नेता ने उत्तर और दक्षिण भारत को विभाजित करने की बात कही और कांग्रेस पार्टी इससे इनकार नहीं करती। देश की जनता को सोचना चाहिए कि कांग्रेस पार्टी का एजेंडा क्या है। पांच राज्यों केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक को मिलाकर इन चुनाव में भाजपा सबसे बड़ा दल बनने जा रही है।”
नरेंद्र मोदी से बड़ा एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण का कोई समर्थक नहीं है
आरक्षण पर हाल ही में सोशल मीडिया पर चल रही अटकलों पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि हम लोग लाखों किलोमीटर का टूर करके करोड़ों लोगों से जनसम्पर्क करते हैं वह आप लोगों को दिखाई नहीं देता। उन्होंने कहा, “हमने यह बिल्कुल स्पष्ट कर दिया है कि जब तक भाजपा का एक भी सांसद है तब तक एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण को कोई हाथ नहीं लगा सकता, नरेंद्र मोदी से बड़ा एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण का कोई समर्थक नहीं है।” (ANI)