केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज गुरुवार को नई दिल्ली में एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे जिसमें जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की जाएगी। इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, गृह सचिव गोविंद मोहन, खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन डेका, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।
बैठक का मुख्य उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए मौजूदा सुरक्षा रणनीतियों की समीक्षा करना है। यह बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को मजबूती देने के संकल्प का हिस्सा है।
इससे पहले जून 2024 में हुई एक समान बैठक में गृह मंत्री शाह ने सुरक्षा एजेंसियों को निर्देश दिया था कि वे जम्मू क्षेत्र में आतंकवाद के खिलाफ “एरिया डोमिनेशन” और “जीरो टेरर” योजनाओं को लागू करें जैसा कि कश्मीर घाटी में सफलतापूर्वक किया गया है।
बैठक के दौरान संवेदनशील इलाकों की पहचान करने और उनकी सुरक्षा चिंताओं को दूर करने पर चर्चा होगी। गृह मंत्री ने बार-बार यह स्पष्ट किया है कि सरकार आतंकवाद को जड़ से उखाड़ने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी। यह बैठक सरकार की इस प्रतिबद्धता को और मजबूत करने का प्रयास है।