केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज गुरुवार (7 नवम्बर) को नई दिल्ली में ‘आतंकवाद विरोधी सम्मेलन-2024’ के उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे। दो दिवसीय इस सम्मेलन को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और गृह मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जा रहा है।
पीआईबी के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार आतंकवाद के प्रति ‘जीरो टाॅलरेंस’ की नीति अपनाकर इस बुराई को जड़ से उखाड़ने के लिए प्रतिबद्ध है। यह वार्षिक सम्मेलन पिछले कुछ सालो में परिचालन बलों, तकनीकी, कानूनी और फोरेंसिक विशेषज्ञों तथा आतंकवाद का मुकाबला करने वाली एजेंसियों के लिए एक प्रभावी मंच के रूप स्थापित हुआ है, जहां राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित करने वाले मुद्दों और आतंकवाद से उत्पन्न खतरों पर विचार-विमर्श किया जाता है।
आतंकवाद से निपटने के लिए विभिन्न एजेंसियों में तालमेल स्थापित करना सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य
सम्मेलन का मुख्य फोकस ‘संपूर्ण सरकार दृष्टिकोण के साथ आतंकवाद के खतरे के खिलाफ समन्वित कार्रवाई के लिए चैनल स्थापित कर विभिन्न एजेंसियों के बीच तालमेल और भविष्य की नीति निर्माण के लिए ठोस जानकारी प्रस्तुत करना है। दो दिवसीय सम्मेलन में विचार-विमर्श और आतंकवाद-रोधी जांच में अभियोजन,विकसित कानूनी ढांचे,उभरती प्रौद्योगिकियों से संबंधित चुनौतियों और अवसरों, अंतर्राष्ट्रीय कानूनी सहयोग अनुभवों को साझा करने सहित विभिन्न महत्वपूर्ण मामलों पर केंद्रित होंगी।
सम्मेलन में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, आतंकवाद-रोधी मुद्दों से निपटने वाली केंद्रीय एजेंसियों व विभागों के अधिकारी और कानून, फोरेंसिक, प्रौद्योगिकी आदि जैसे संबंधित क्षेत्रों के विशेषज्ञ भाग लेंगे।