कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की अध्यक्षता में आयोजित ‘खाद्य एवं पेय पदार्थ क्षेत्र के हितधारकों की बैठक’ में अपनी नई पहल ‘भारती’ की शुरुआत की। इस अवसर पर संयुक्त अरब अमीरात के विदेश व्यापार मंत्री डॉ. थानी बिन अहमद अल ज़ायौदी और केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान भी उपस्थित रहे।
100 स्टार्टअप्स को सशक्त कर 2030 तक 50 अरब डॉलर के निर्यात लक्ष्य की दिशा में कदम
‘BHARATI’ (भारत का कृषि प्रौद्योगिकी, लचीलापन, उन्नति और निर्यात सक्षमता हेतु इनक्यूबेशन केंद्र) का उद्देश्य 100 कृषि-खाद्य और कृषि-तकनीक स्टार्टअप्स को सशक्त बनाना, नवाचार को बढ़ावा देना और 2030 तक 50 अरब डॉलर के कृषि-खाद्य निर्यात लक्ष्य को प्राप्त करना है। सितंबर 2025 से शुरू होने वाला पहला पायलट समूह उच्च-मूल्य वाले कृषि-खाद्य उत्पादकों, प्रौद्योगिकी-संचालित सेवा प्रदाताओं और नवप्रवर्तकों को समर्थन देगा।
इन उत्पादों में नवाचार को मिलेगा बढ़ावा
यह पहल जीआई-टैग वाले उत्पादों, जैविक खाद्य पदार्थों, सुपरफूड्स, पशुधन उत्पादों और आयुष उत्पादों में नवाचार को बढ़ावा देगी। साथ ही, यह एआई-आधारित गुणवत्ता नियंत्रण, ब्लॉकचेन ट्रेसेबिलिटी, IoT-सक्षम कोल्ड चेन और एग्री-फिनटेक जैसे उन्नत तकनीकी क्षेत्रों पर केंद्रित होगी। भारती का लक्ष्य उत्पाद विकास, गुणवत्ता आश्वासन, अपव्यय और रसद जैसी निर्यात चुनौतियों का समाधान करना है।
यह पहल वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी कृषि उत्पाद करेगी तैयार
सरकार के आत्मनिर्भर भारत, वोकल फॉर लोकल, डिजिटल इंडिया और स्टार्टअप इंडिया के दृष्टिकोण के अनुरूप, यह पहल वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी कृषि उत्पाद तैयार करेगी और भारतीय खाद्य व प्रसंस्कृत उत्पादों की मांग बढ़ाएगी। सितंबर 2025 से शुरू होने वाली आवेदन प्रक्रिया के तहत 100 स्टार्टअप्स का चयन किया जाएगा, जो तीन महीने के त्वरण कार्यक्रम में उत्पाद विकास, निर्यात तत्परता और बाजार पहुंच पर काम करेंगे।
दीर्घकालिक निर्यात वृद्धि को मिलेगा बढ़ावा
एपीडा राज्य कृषि बोर्डों, विश्वविद्यालयों, आईआईटी, एनआईटी और उद्योग निकायों के साथ साझेदारी कर इस पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करेगा। यह पायलट समूह वार्षिक इनक्यूबेशन कार्यक्रम का मॉडल बनेगा, जो दीर्घकालिक निर्यात वृद्धि को बढ़ावा देगा। एपीडा ने इस पहल के माध्यम से वैश्विक कृषि-खाद्य व्यापार में भारत की स्थिति को मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई। (इनपुट-पीआईबी)