प्रतिक्रिया | Thursday, December 26, 2024

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सेना प्रमुख कारगिल विजय दिवस की रजत जयंती समारोह में हुए शामिल

भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी कारगिल विजय दिवस की रजत जयंती समारोह में शामिल होने के लिए आज गुरुवार को कारगिल पहुंचे। उनके साथ पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीपी मलिक भी समारोह में शामिल हुए। 26 जुलाई भारत के सैन्य इतिहास में एक गौरवशाली दिन है। कारगिल वह क्षेत्र है, जहां भारत और पाकिस्तानी सेना ने युद्ध किया और पड़ोसी देश के कब्जे से कारगिल द्रास क्षेत्र को आजाद कराया था।

इस दिन भारतीय सेना ने पाकिस्तान के खिलाफ विजय गाथा लिखी। भारत-पाकिस्तान की इस सैन्य जंग को इतिहास में विजय के प्रतीक के तौर पर मनाया जाता है और हर साल कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भारत वीर सैनिकों के साहस और बलिदान को याद करता है जिन्होंने देश की सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा की।

सेना प्रमुख ने उभरती सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रेरित किया

इससे पहले सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने आज चिनार कोर के अग्रिम ठिकानों का दौरा किया और नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कमांडरों और सैनिकों से भी बातचीत की। सीओएएस ने पेशेवरता के उच्च मानकों को बनाए रखने के लिए सभी रैंकों की सराहना की और उन्हें उभरती सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने में दृढ़ रहने के लिए प्रेरित किया।

जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने गुरुवार को कुपवाड़ा जिले के केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास अग्रिम इलाकों का दौरा किया और कमांडरों और सैनिकों से बातचीत की। सेना प्रमुख ने पेशेवरता के उच्च मानकों को बनाए रखने के लिए सभी रैंकों की सराहना की। सेना प्रमुख ने उन्हें उभरती सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने में दृढ़ रहने के लिए प्रेरित किया। जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के साथ कमांडरों और सैनिकों से बातचीत भी की।

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आखरी अपडेट: 26th Dec 2024