अमेरिका और भारत के बीच रिश्तों को और मजबूत करने के उद्देश्य से शनिवार (स्थानीय समयानुसार) को राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच डेलावेयर में बाइडेन के निजी आवास पर द्विपक्षीय बैठक सफलतापूर्वक संपन्न हुई। इस बैठक में दोनों नेताओं ने आपसी साझेदारी को और मजबूत करने पर जोर दिया।
बैठक के बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, “जब भी हम एक-दूसरे के साथ बैठते हैं, मुझे हमारी नई सहयोग की संभावनाओं को देखकर आश्चर्य होता है, आज भी ऐसा ही हुआ।” उन्होंने कहा कि आज अमेरिका और भारत के संबंध पहले से कहीं अधिक मजबूत और करीबी हैं।
आपको बता दें कि यह बैठक ऐसे महत्वपूर्ण समय हो रही है जब 5 नवंबर 2024 को अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं। बाइडेन के जुलाई में राष्ट्रपति पद की दौड़ से हटने के बाद, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार बनी हैं और उनका मुकाबला पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से होगा। यह बैठक शायद बाइडेन के कार्यकाल के दौरान मोदी के साथ उनकी आखिरी आधिकारिक मुलाकात हो सकती है।
बैठक के दौरान दोनों पक्षों की ओर से वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल की ओर से विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन और भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी शामिल थे। भारतीय पक्ष से विदेश मंत्री एस. जयशंकर, अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा और विदेश सचिव विक्रम मिस्री मौजूद रहे।
पीएम मोदी ने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में ग्रीनविले, डेलावेयर में अपने आवास पर आमंत्रित करने के लिए बाइडेन के प्रति आभार प्रकट किया। पीएम ने कहा हमारी बातचीत बेहद सकरात्मक रही है, बैठक के दौरान हमें क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर मिला। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी के कार्यालय ने एक्स पर पोस्ट किया कि यह बैठक “एक विशेष शुरुआत है।” वहीं बाइडेन ने भी एक्स पर साझा किया कि अमेरिका-भारत की बढ़ती साझेदारी से वे संतुष्ट हैं। यह बैठक रक्षा, प्रौद्योगिकी, जलवायु परिवर्तन और इंडो-पैसिफिक रणनीति जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने के प्रयासों का हिस्सा है। दोनों नेता जल्द ही जापान और ऑस्ट्रेलिया के नेताओं के साथ होने वाले आगामी क्वाड शिखर सम्मेलन में फिर से मिलेंगे। क्वाड (चतुष्कोणीय सुरक्षा संवाद) इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सहयोग के लिए एक महत्वपूर्ण मंच बन गया है, और इस बार का शिखर सम्मेलन क्षेत्रीय सुरक्षा और सहयोग के लिए नए लक्ष्यों को तय करने पर केंद्रित होगा।
क्वाड शिखर सम्मेलन पहले भी कई रूपों में हो चुका है, जिनमें वर्चुअल और व्यक्तिगत बैठकें शामिल हैं। हालिया शिखर सम्मेलन मई 2023 में जापान के हिरोशिमा में हुआ था। अगले शिखर सम्मेलन में आर्थिक सुरक्षा, समुद्री सहयोग और तकनीकी साझेदारी जैसे प्रमुख क्षेत्रों में हुई प्रगति की समीक्षा की जाएगी।
डेलावेयर में हुई यह बैठक अमेरिका और भारत के संबंधों के बदलते और रणनीतिक महत्व को दर्शाती है, जिसमें दोनों देश वैश्विक भू-राजनीति के भविष्य को आकार देने में अहम भूमिका निभाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
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