बिहार क्रिकेट संघ (बीसीए) के अध्यक्ष राकेश तिवारी की अगुवाई में बिहार के सभी जिलों के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के लिए बिहार ग्रामीण लीग (बीआरएल) का आयोजन करने जा रहा है। इस लीग की खास बात है कि यह उन खिलाड़ियों के लिए है जिन्हें अभी तक जिला या राज्य स्तरीय टूर्नामेंट में खेलने का मौका नहीं मिला है। इस कदम के साथ बिहार राज्य ग्रामीण क्रिकेट लीग आयोजित करने वाला देश का पहला राज्य बन जाएगा।
बीसीए के अध्यक्ष राकेश तिवारी ने कहा कि बिहार ग्रामीण लीग (बीआरएल) का लक्ष्य गांवों, स्कूलों, कॉलेजों और ब्लॉक स्तरों से प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की खोज करना और उन्हें राज्य में क्रिकेट की मुख्यधारा में लाना है। इस लीग में 13 से 23 वर्ष की आयु के खिलाड़ी भाग ले सकेंगे। चयनित खिलाड़ियों को बिहार का प्रतिनिधित्व करने के लिए बड़े मंच प्रदान किए जाएंगे।
लीग की शुरुआत सभी जिलों में आयोजित टैलेंट हंट कार्यक्रमों से होगी जिसमें खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा और 16 टीमें बनाई जाएंगी। ये टीमें जिला स्तरीय टूर्नामेंट में प्रतिस्पर्धा करेंगी, जिसमें नॉकआउट प्रारूप में मैच होंगे। प्रत्येक जिले में 15 मैच होंगे, जिसमें 8 लीग गेम, 4 क्वार्टर फाइनल, 2 सेमीफाइनल और एक फाइनल शामिल हैं।
सभी जिलों में कुल 570 मैच खेले जाएंगे जिसमें जिला फाइनल में एक सेलिब्रिटी, एक स्टार क्रिकेटर और एक ब्रांड एंबेसडर शामिल होंगे। जिला स्तरीय प्रतियोगिता के बाद बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी बिहार ग्रामीण लीग सुपर लीग में प्रतिस्पर्धा करने के लिए जिला टीम बनाएंगे। इस चरण में 38 टीमें शामिल होंगी जिन्हें 8 समूहों में विभाजित किया जाएगा और लीग-कम-नॉकआउट प्रारूप का पालन किया जाएगा।
5 टीमों वाले समूह 10 लीग मैच खेलेंगे, जबकि 4 टीमों वाले समूह 6 मैच खेलेंगे। प्रत्येक समूह से एक टीम नॉकआउट चरण के लिए क्वालीफाई करेगी जिसके बाद 4 क्वार्टर फाइनल, 2 सेमीफाइनल और एक ग्रैंड फाइनल होगा। सुपर लीग में कुल 79 मैच होंगे जिससे बिहार ग्रामीण लीग और सुपर लीग के लिए कुल मिलाकर 649 मैच होंगे। लीग में लगभग 10,000 खिलाड़ी भाग लेंगे।- आईएएनएस