अमेरिका के विदेशमंत्री एंटनी जे. ब्लिंकन ने यहां कतर के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान बिन जसीम अल-थानी से मुलाकात की। दोनों के बीच गाजा और लेबनान की हालत पर चर्चा हुई। अमेरिका के प्रमुख अखबार द न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के अनुसार, बातचीत में हमास को युद्ध विराम की मेज पर लाने के उपायों पर चर्चा हुई। ब्लिंक इजराइल से यहां पहुंचे।
इस बीच इजरायल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि इजरायल और हमास के बीच संघर्ष विराम वार्ता को पुनर्जीवित करने के प्रयास चल रहे हैं। इजरायल और अमेरिकी वार्ताकार सप्ताहांत में कतर लौटने वाले हैं। इजरायल की यह घोषणा गुरुवार को गाजा पट्टी और लेबनान दोनों में आईडीएफ की बमबारी के बीच आई। इससे वार्ताकार कुछ मायूस हुए।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी जे. ब्लिंकन ने दोहा में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अभी तक वास्तव में यह साफ नहीं है कि हमास वार्ता में शामिल होने के लिए तैयार है या नहीं। यह भी साफ नहीं है कि वह इसके लिए कितना गंभीर है।
ब्लिंकन ने मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी के साथ एक घंटे तक चर्चा की। इसके बाद दोनों ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। दोनों ने माना कि उनके पास इस बात के कोई संकेत नहीं है कि हमास बातचीत के लिए अधिक इच्छुक है। हां, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने जरूर कहा कि मोसाद विदेशी खुफिया सेवा के प्रमुख डेविड बार्निया रविवार को अल थानी और सीआईए के निदेशक विलियम जे. बर्न्स के साथ दोहा में एक बैठक के लिए प्रस्थान करेंगे।
कतर से लंदन रवाना होने से पहले ब्लिंकन ने दोहा में घोषणा की कि संयुक्त राज्य अमेरिका गाजा में वेस्ट बैंक के साथ-साथ फिलिस्तीनियों के लिए अतिरिक्त 135 मिलियन डॉलर की मानवीय सहायता प्रदान करेगा।