केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि आर्थिक गतिविधियों में तेजी और कर संग्रह में दक्षता की बदौलत माल एवं सेवा कर (जीएसटी) राजस्व संग्रह दो लाख करोड़ रुपये के बेंचमार्क को पार कर गया है।
सीतारमण ने ‘एक्स’ पोस्ट पर जारी एक बयान में कहा कि अर्थव्यवस्था में मजबूत गति और कुशल कर संग्रह की बदौलत जीएसटी संग्रह 2 लाख करोड़ रुपये के बेंचमार्क को पार कर गया है। उन्होंने इस उपलब्धि को हासिल करने में केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी), राजस्व विभाग, राज्य और केंद्र स्तर के सभी अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि उनके ईमानदार और सहयोगात्मक प्रयासों से यह उपलब्धि हासिल हुई है।
सीतारमण ने यह भी कहा कि आईजीएसटी (एकीकृत जीएसटी) निपटान को लेकर राज्यों का कोई बकाया नहीं है। गौरतलब है कि अप्रैल महीने में जीएसटी राजस्व संग्रह सलाना आधार पर 12.4 फीसदी उछलकर 2.10 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। देश में जीएसटी एक जुलाई, 2017 से लागू हुआ था। वर्तमान में जीएसटी प्रणाली पर पंजीकृत करदाताओं की संख्या 1.45 करोड़ है।
उल्लेखनीय है कि देश में तेज विकास के मद्देनजर जो निवेश आ रहा है, उसका एक रिफ्लेक्शन जीएसटी के यह आंकड़े भी हैं। साल 2024 के पहले ही महीने में भारत ने जीएसटी कलेक्शन में जबरदस्त वृद्धि कर दिखाई। GST कलेक्शन हमें वह ट्रेंड दिखाने में मदद करता है कि हमारी अर्थव्यवस्था किस तरफ जा रही है।