सड़क संगठन (बीआरओ) ने लद्दाख में रणनीतिक निम्मू-पदम-दारचा सड़क को जोड़ा। कुल 298 किलोमीटर की यह सड़क कारगिल-लेह राजमार्ग पर दारचा और निम्मू के माध्यम से मनाली को लेह से जोड़ेगी। बता दें कि यह सड़क अब मनाली-लेह और श्रीनगर-लेह के अलावा तीसरी धुरी है, जो लद्दाख को दूरदराज के इलाकों से जोड़ेगी।
इस बारे में रक्षा मंत्रालय ने विगत दिवस एक बयान में बताया कि निम्मू-पदम-दारचा सड़क का रणनीतिक महत्व इस तथ्य से स्पष्ट है कि यह न केवल अन्य दो धुरियों की तुलना में छोटी है, बल्कि केवल एक दर्रे – शिंकुन ला (16,558 फीट), जिस पर बीआरओ द्वारा सुरंग का काम शुरू होने वाला है- से होकर गुजरती है। इसके परिणामस्वरूप यह सड़क लद्दाख क्षेत्र से हर मौसम में जुड़ी रहेगी। यह कनेक्टिविटी रक्षा तैयारियों को मजबूत करेगी और जांस्कर घाटी में आर्थिक विकास को बढ़ावा देगी।
वहीँ, डीजी बॉर्डर रोड्स लेफ्टिनेंट जनरल रघु श्रीनिवासन ने बताया कि जनवरी में, जब जांस्कर नदी जमी हुई थी, उपकरण व कर्मियों को जुटाया गया और कनेक्टिविटी स्थापित करने का काम पूरा किया गया। उन्होंने विश्वास जताया कि इस सड़क पर ब्लैक टॉपिंग का काम जल्द ही शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा, शिंकुन ला सुरंग का निर्माण शुरू होने के साथ, लद्दाख के लिए तीसरी सभी मौसम में खुली रहने वाली धुरी स्थापित हो जाएगी।