प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज शुक्रवार को तीन प्रमुख मेट्रो रेल परियोजनाओं और दो नए हवाई अड्डे की सुविधाओं को मंजूरी दी। बेंगलुरु में, कैबिनेट ने बैंगलोर मेट्रो रेल परियोजना के चरण-3 को मंजूरी दे दी है, जो शहर के मेट्रो नेटवर्क को आगे बढ़ाने का एक महत्वाकांक्षी योजना है। 15,611 करोड़ की लागत के साथ इस चरण में दो नए एलिवेटेड कॉरिडोर पेश किए जाएंगे। 31 स्टेशनों को शामिल करते हुए 44.65 किलोमीटर तक इसका विस्तार किया जाएगा।
कॉरिडोर 1 जेपी नगर चौथे चरण से केम्पापुरा तक 32.15 किलोमीटर तक चलेगा, जिसमें प्रमुख औद्योगिक और आवासीय क्षेत्र भी शामिल होंगे, जबकि कॉरिडोर 2 होसाहल्ली से मगदी रोड के साथ कदबागेरे तक 12.50 किलोमीटर तक चलेगा। इसे 2029 में पूरा कर लिया जाएगा। इससे बेंगलुरु का मेट्रो नेटवर्क 220.20 किलोमीटर को कवर कर लेगा। जो शहरी परिवहन में काफी सुधार करेगा और पर्यावरणीय स्थिरता में योगदान देगा।
ठाणे, मुंबई से सटा एक तेजी से बढ़ता शहर, ठाणे इंटीग्रल रिंग मेट्रो रेल परियोजना को भी मंजूरी मिल मिल गई 12,200 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाले 29 किलोमीटर के इस रिंग कॉरिडोर में 22 स्टेशन शामिल होंगे, जो नौपाड़ा, वागले एस्टेट, हीरानंदानी एस्टेट और कोलशेत जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को जोड़ेंगे। शहर के बाहरी इलाकों में स्थित, मेट्रो रिंग को सड़क की भीड़ को कम करने के लिए डिजाइन किया गया है , इसे भी 2029 तक तैयार कर लिया जाएगा जो शहर की बढ़ती आबादी के लिए एक स्थायी परिवहन विकल्प प्रदान करेगा।
वहीं पुणे में, मेट्रो नेटवर्क 2,954.53 करोड़ रुपये की लागत वाली यह परियोजना मार्केट यार्ड, बिबवेवाड़ी और कटराज को जोड़ेगी, जिससे पुणे के दक्षिणी क्षेत्रों में यातायात की समस्या का समाधान होगा। इसे भी 2029 तक पूरा करने की योजना है।
बिहार में, बिहटा में एक नए सिविल एन्क्लेव का विकास किया जाएगा। जिससे पटना हवाई अड्डे के दबाव को कम किया जा सकेगा। 1,413 करोड़ रुपये के लागत वाली इस परियोजना में एक आधुनिक एकीकृत टर्मिनल भवन का निर्माण शामिल है, जो 3,000 पीक-ऑवर यात्रियों को समायोजित करने में सक्षम है, जिसकी वार्षिक क्षमता एक करोड़ तक बढ़ाई जा सकती है। यह पहल क्षेत्रीय संपर्क को महत्वपूर्ण रूप से मजबूत करेगी।
इसी तरह कैबिनेट ने 1,549 करोड़ रुपये के बजट के साथ पश्चिम बंगाल के बागडोगरा हवाई अड्डे पर एक नए सिविल एन्क्लेव के विकास को मंजूरी दी है। 70,390 वर्ग मीटर में फैला नया टर्मिनल 3,000 पीक-ऑवर यात्रियों को संभालने के लिए डिजाइन किया गया है, जिसमें 10 विमानों के लिए एप्रन और मल्टी-लेवल कार पार्किंग जैसी सुविधाएँ शामिल हैं। इस विकास से बागडोगरा हवाई अड्डे की परिचालन क्षमता में वृद्धि होगी।