राजधानी दिल्ली में प्रदूषण नियंत्रण के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने इस साल एनसीआर में 4.5 करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य निर्धारित किया है। सीएक्यूएम ने वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्रों के राज्य सरकारों, शैक्षणिक संस्थान, उच्च शिक्षा, अनुसंधान संस्थान, केंद्र सरकार के विभिन्न निकायों को पूरे एनसीआर में 4.5 करोड़ पौधारोपण का एक बड़ा लक्ष्य रखा है। इसमें दिल्ली के लिए 56,40,593, हरियाणा (एनसीआर) के लिए 1,32,50,000, राजस्थान (एनसीआर ) के लिए 42,68,649; और यूपी के लिए 1,97,56,196 (एनसीआर) पौधारोपण का लक्ष्य शामिल है।
सीएक्यूएम का परिवहन विभाग से अपील, दिल्ली को हरा-भरा बनाने में दें योगदान
आयोग ने बुधवार को नोटिस जारी करते हुए कहा कि एनसीआर में सभी परिवहन विभाग की एजेंसियों को सलाह दी है कि वे प्रमुख सड़कों के किनारे, मध्यस्थों के साथ-साथ, जहां तक संभव हो खुले क्षेत्रों को पूरी तरह हरा-भरा करने का लक्ष्य रखें। इसके साथ शैक्षणिक संस्थानों, उच्च शिक्षा, अनुसंधान संस्थानों से भी 2024-25 के दौरान 9,08,742 पौधारोपण लक्ष्य के साथ अपने संबंधित परिसरों के भीतर और बाहर व्यापक हरियाली और पौधारोपण अभियान शुरू करने की सलाह जारी की है।
उल्लेखनीय है कि साल 2021-22 के दौरान एनसीआर में केवल 28,81,145 नए पौधारोपण किए गए। 2022-23 के दौरान एनसीआर में 3,11,97,899 नए वृक्षारोपण किए गए। 2023-24 के लिए पूरे एनसीआर में एनसीआर राज्य सरकारों के लिए लगभग 3.85 करोड़ नए पौधारोपण का एक और महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया गया, जिसमें से लगभग 3.6 करोड़ पौधारोपण सफलतापूर्वक किया गया यानि 93.5 प्रतिशत सफलता हासिल किया गया। इसमें उत्तर प्रदेश में 103.4 प्रतिशत सफलता हासिल की गई यानि लक्ष्य से भी अधिक पौधारोपण किया गया। दिल्ली में 84.6 फीसदी लक्ष्य हासिल किया गया, हरियाणा में यह प्रतिशत 87.4 रहा, और राजस्थान ने 86 प्रतिशत तक लक्ष्य की पूर्ति की।