चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी तीर्थयात्रियों के लिए पंजीकरण को अनिवार्य कर दिया गया है। हरिद्वार और ऋषिकेश में ऑफलाइन पंजीकरण बंद कर दिए जाने से अब ऑनलाइन पंजीकरण के बाद ही श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आ सकते हैं।
तीर्थयात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया कदम
तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बुधवार को अनिवार्य पंजीकरण का आदेश जारी किया है।
शासनादेश में तीर्थयात्रियों से कहा गया है कि पंजीकरण के बाद ही यात्रा पर आएं। बिना पंजीकरण के आने पर उन्हें बैरियर या चेक प्वाइंट पर रोका जा सकता है। ऐसा होने पर उन्हें भारी असुविधा का सामना करना पड़ेगा। यात्रियों को सलाह दी गई है कि पंजीकरण होने पर वे निर्धारित तिथि पर ही यात्रा पर आएं। जिस धाम की यात्रा पर आ रहे हैं, उसी रूट पर जाएं।
यात्रा कराने वाले टूर एवं ट्रेवल्स एजेंसियों से भी यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि यात्रियों ने पंजीकरण कराया है या नहीं। साथ ही यात्री वाहन को ट्रिप कार्ड जारी किया गया है या नहीं। शासनादेश में अपेक्षा व्यक्त की गई है कि सभी तीर्थयात्री यात्रा एडवाइजरी का पालन करते हुए शासन-प्रशासन को सहयोग करेंगे।
धामी सरकार चारधाम यात्रा पर देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की सुगम और सुविधाजनक यात्रा को लेकर अत्यंत गंभीर हैं। सुरक्षित और व्यवस्थित यात्रा के लिए शासन-प्रशासन के अधिकारियों से लगातार समीक्षा बैठक कर रहे हैं।