छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के जंगल सफारी में जानवरों को गर्मी से राहत दिलाने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। जंगल सफारी डायरेक्टर गणवीर धम्मशील ने मीडिया को बताया कि जंगल सफारी और जू में गर्मियों के मद्देनजर वन्य प्राणियों की देखभाल के लिए हमने समुचित व्यवस्था की है, जिसके अंतर्गत हमने ग्रीन नेट लगाया है, कूलिंग सिस्टम को बेहतर किया है और उन्हें हर जगह पानी उपलब्ध कराने के साथ ही उनके डाइट में भी बदलाव किया है। गर्मी को देखते हुए हमने खास प्लान बनाया और उसी हिसाब से सतत निगरानी भी की जा रही है।
राजधानी रायपुर सहित पूरे छत्तीसगढ़ में इन दिनों भीषण गर्मी और प्रचंड हीट वेव का दौर जारी है। उमस व गर्मी के साथ ही गर्म हवाओं ने इंसानों के साथ जानवरों का भी हाल बेहाल कर दिया, लोग गर्मी से बचने के लिए तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं। वहीं, रायपुर के जंगल सफारी में जानवरों को गर्मी से राहत दिलाने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं, जंगल सफारी की ओर से वन्य जीवों के बंद बाड़े में कूलर लगाए गए हैं। जंगल सफारी डायरेक्टर गणवीर धम्मशील ने मीडिया को बताया कि जंगल सफारी और जू में गर्मियों के मद्देनजर वन्य प्राणियों की देखभाल के लिए हमने समुचित व्यवस्था की है, जिसके अंतर्गत हमने ग्रीन नेट लगाया है, कूलिंग सिस्टम को बेहतर किया है और उन्हें हर जगह पानी उपलब्ध कराने के साथ ही उनके डाइट में भी बदलाव किया है। गर्मी को देखते हुए हमने खास प्लान बनाया और उसी हिसाब से सतत निगरानी भी की जा रही है।
उन्होंने बताया कि शाकाहारी ओर मांसाहारी दोनों ही तरह के जानवर जू में हैं, इसको देखते हुए उनके अनुरूप ही भोजन उन्हें दिया जा रहा हैं। जानवरों को मिनरल्स की कमी न हो, पानी पर्याप्त मात्रा में मिले और डिहाइड्रेशन न हो साथ ही इनके साथ रहने वाले रखवालों को को अच्छी तरह से प्रशिक्षित भी किया जा रहा हैं। इसके अलावा 24 घंटे निगरानी भी की जा रही है।
बता दें, छत्तीसगढ़ में तापमान तेजी से ऊपर जा रहा हैं, ऐसे में भीषण गर्मी से लोगों का जीना मुहाल हो रहा है। प्रदेश के कई जिलों में तापमान 46 से 47 डिग्री के पार पहुंच गया है। मंगलवार को राजधानी रायपुर में दशक की तीसरी ऐसी भीषण गर्मी पड़ी। दिन का तापमान 45.8 डिग्री पहुंच गया। यह इस साल गर्मी के सीजन का सबसे ज्यादा गर्म दिन गुजरा है।