जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जेकेपीसीसी) के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर की नवगठित सरकार में शामिल नहीं हो रही है। कांग्रेस ने केंद्र से जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्वयं कई बार सार्वजनिक बैठकों में इसका वादा किया है। लेकिन जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा नहीं दिया गया है।
हम नाराज हैं इसलिए फिलहाल मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हो रहे हैं। जेकेपीसीसी प्रमुख तारिक हमीद कर्रा ने कहा कि कांग्रेस राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए संघर्ष जारी रखेगी। इस बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद जम्मू-कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उपराज्यपाल मनोज सक्सेना ने श्रीनगर में शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) में अब्दुल्ला और उनके मंत्रिपरिषद को पद की शपथ दिलाई।
मंत्रिमंडल में शामिल होने वालों में नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक जावेद अहमद राणा, रफियाबाद से जावेद अहमद डार, ढोरा से सकीना इटू और सुरिंदर कुमार चौधरी शामिल हैं। उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में छंबा से निर्दलीय विधायक सतीश शर्मा को जगह दी गई है।
शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, माकपा नेता प्रकाश करात, राकांपा सांसद सुप्रिया सुले, द्रमुक सांसद कनिमोझी, आप नेता संजय सिंह, पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती और भाकपा नेता डी राजा सहित कई नेता मौजूद थे। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस को 42 और कांग्रेस को 6 सीटें मिली हैं। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के बाद यह पहली निर्वाचित सरकार होगी।