प्रतिक्रिया | Sunday, December 22, 2024

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24/05/24 | 9:42 pm | Cyber Security

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साइबर सुरक्षा की मजबूती के लिए नई दिल्ली में आयोजित हुआ साइबर सिक्योरिटी कॉन्क्लेव

देश की राजधआनी नई दिल्ली में आज शुक्रवार को साइबर सिक्योरिटी कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया। इस दौरान काॅन्क्लेव में साइबर सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण रणनीतियों पर चर्चा की गई। इसे सीएससी और यूनाइटेड सर्विस इंस्टीट्यूशन द्वारा संयुक्त प्रयासों से आयोजित किया गया। इस दौरान साइबर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सीएससी और यूएसआई के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये।

चूंकि साइबर सुरक्षा एक गंभीर और संवेदनशील मामला बन गया है, मौजूदा समय दुनिया भर में साइबर खतरे तेजी से बढ़ रहे हैं, डेटा उल्लंघनों की संख्या हर साल बढ़ रही है। हर दिन आईटी सेवा प्रदाताओं की ओर से साइबर सुरक्षा उल्लंघन के मामले बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में कंपनियों के लिए अपने ग्राहकों को बनाए रखने के लिए एक मजबूत साइबर सुरक्षा ढांचा बनाए रखना जरूरी हो गया है।

डिजिटलीकरण एक मजबूत डिजिटल अर्थव्यवस्था को देता है बढ़ावा

कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव एस कृष्णन ने कहा कि सीएससी प्रौद्योगिकी की पहुंच को अंतिम मील तक बढ़ाने और जानकारी साझा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एस कृष्णन ने कहा डिजिटलीकरण न केवल उत्पादकता बढ़ाता है बल्कि डेटा को केंद्रीकृत भी करता है, जिससे एक मजबूत डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलता है। धोखाधड़ी का शिकार बनने से बचने के लिए साइबर जोखिमों के बारे में जागरूक रहना सभी के लिए महत्वपूर्ण है। व्यवहारिक और दृष्टिकोण संबंधी विशेषताओं को संबोधित करके, हम प्रभावी ढंग से जागरूकता फैला सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन के माध्यम से हमारा लक्ष्य नए उपायों को सीखना है जिन्हें MeitY हमारी साइबर सुरक्षा रणनीतियों को मजबूत करने के लिए लागू कर सकता है।

कार्यक्रम के दौरान संजय राकेश एमडी और सीईओ-सीएससी एसपीवी ने कहा कि सीएससी साइबर सुरक्षा कॉन्क्लेव 2024 में हम साइबर सुरक्षा की व्यापक श्रेणियों पर जोर दे रहे हैं जो सीएससी जैसी उपयोगकर्ता एजेंसियों के लिए महत्वपूर्ण हैं। हमें अधिक साइबर लचीला बनने का प्रयास करना चाहिए और लागत प्रभावी विकल्प तलाशने चाहिए। यह सम्मेलन हमें साइबर खतरों और चोरी को रोकने के लिए मजबूत डेटा प्रबंधन और रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित करते हुए साइबर सुरक्षा में सुधार के तरीकों पर चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि साइबर थिंक टैंक विकसित करके हमारा लक्ष्य नवीन समाधानों को बढ़ावा देना और अधिक उपयोगकर्ता-अनुकूल साइबर सिस्टम बनाना है।

इस दौरान इंदर चौधरी बिजनेस हेड साइबर सिक्योरिटी, मिटकट एडवाइजरी आशुतोष बहुगुणा, वैज्ञानिक ‘एफ’ सर्टिफिकेट-आईएन, कौशिक हलदर नेशनल साइबर सिक्योरिटी स्कॉलर, सीओई, पश्चिम बंगाल सरकार, रोहित भूरानी सॉल्यूशन आर्किटेक्ट- फोर्टिनेट आदि मौजूद रहे। सीएससी के एजेंडे में साइबर सुरक्षा हमेशा एक प्राथमिक विषय रहा है। इसने दुनिया भर की अग्रणी आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर सेवा प्रदाता कंपनियों के सहयोग से ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में साइबर रक्षक कार्यक्रम शुरू किया है।

इस साइबर सुरक्षा प्रशिक्षण पहल ने महिलाओं को नई प्रौद्योगिकी कौशल से सुसज्जित किया है और उन्हें साइबर सुरक्षा राजदूत के रूप में उभरने में मदद की है।

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आखरी अपडेट: 22nd Dec 2024