दिल्ली में हवा की गुणवत्ता तेजी से बिगड़ने के कारण पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शहर के 13 प्रमुख प्रदूषण क्षेत्रों में तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इस संबंध में कल शुक्रवार को दिल्ली सचिवालय में एक आपात बैठक बुलाई गई है, जिसमें प्रदूषण के मुद्दों को हल करने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया जाएगा।
यह निर्णय एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद लिया गया, जिसमें दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्रदूषण नियंत्रण के उपायों पर चर्चा की। इस बैठक के दौरान, मुख्यमंत्री आतिशी ने सभी अधिकारियों से प्रभावी तरीके से वायु प्रदूषण निवारक उपायों को लागू करने और दिल्लीवासियों से इस प्रयास में सहयोग करने की अपील की। मंत्री गोपाल राय ने बताया कि “ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान” (GRAP) का चरण-1 दिल्ली-एनसीआर में लागू कर दिया गया है। यह तब लागू की गई जब शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 200 के पार चला गया, जो “खराब” श्रेणी में आता है।
राय ने कई महत्वपूर्ण उपायों का उल्लेख किया, जो अब GRAP के तहत लागू किए गए हैं: जिनमें मुख्य सड़कों पर धूल को कम करने के लिए मशीनों से सफाई और पानी का छिड़काव, प्रमुख चौराहों पर एंटी-स्मॉग गनों का उपयोग,कचरा जलाने पर सख्त रोक, ट्रैफिक जाम से बचने के लिए बेहतर प्रबंधन 10 साल पुराने डीजल और 15 साल पुराने पेट्रोल वाहनों पर प्रतिबंध जैसे उपाय शामिल हैं।
इसके अलावा, दिल्ली सरकार ने 7 अक्टूबर को एक एंटी-डस्ट अभियान शुरू किया है, जो निर्माण गतिविधियों से होने वाले प्रदूषण को कम करेगा। राय ने बताया कि निर्माण स्थलों पर निरीक्षण के दौरान नियमों का पालन नहीं करने वाले स्थलों पर कठोर दंड लगाया जाएगा।