दिवाली के बाद दिल्ली-एनसीआर की हवा एक बार फिर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच गई। वायु प्रदूषण के चलते दिल्ली, नोएडा और गुरुग्राम समेत एनसीआर के सभी इलाके धुंध की चादर में लिपटे हुए दिखाई दिए। प्रदूषण के चलते विजिबिलिटी भी कम हो गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक आनंद विहार, जहांगीरपुरी, द्वारका और आया नगर जैसे इलाकों में एक्यूआई 350 से अधिक दर्ज किया गया है, जो सेहत के लिए गंभीर खतरा बन सकता है।
दिल्ली के जहांगीरपुरी में 390, आनंद विहार में 395 तक पहुंच गया AQI का स्तर
आज सुबह आनंद विहार में एक्यूआई 395, जहांगीरपुरी में 390, द्वारका में 376 और आया नगर में 352 तक पहुंच गया। अचानक प्रदूषण का यह स्तर लोगों के लिए चिंता का विषय बन गया है, खासकर उन लोगों के लिए जो सांस और दिल से जुड़ी बीमारियों से जूझ रहे हैं। दिल्ली के साथ-साथ मुंबई और चेन्नई जैसे कई बड़े शहरों में भी प्रदूषण का असर दिखाई दे रहा है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिवाली से पहले ही लोगों से पटाखे न जलाने की अपील की थी, ताकि दिवाली के बाद होने वाले प्रदूषण की समस्या से बचा जा सके। उन्होंने कहा, “हम सभी से निवेदन करते हैं कि दीवाली पर दीये जलाएं, लेकिन पटाखों से बचें, ताकि हमारे बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर बुरा असर न पड़े।”
हालांकि, इन अपीलों के बावजूद, दीवाली के बाद दिल्ली की हवा की गुणवत्ता गिरकर बहुत खराब हो गई। सरकार ने वायु गुणवत्ता की निगरानी भी शुरू कर दी है और प्रदूषण बढ़ने पर जरूरी कदम उठाने की तैयारी की जा रही है। CPCB ने पूरे देश में बढ़ते प्रदूषण के स्तर को देखते हुए चेतावनी जारी की है। विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दियों के आते ही यह स्मॉग और खतरनाक हो सकता है, इसलिए प्रदूषण से बचने के लिए सावधानी और जागरूकता जरूरी है।