प्रतिक्रिया | Sunday, December 22, 2024

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राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की हवा में कल के मुकाबले बुधवार को मामूली सुधार नजर आया है। हालांकि दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक अब भी गंभीर श्रेणी में बना हुआ है। बुधवार को दिल्ली का औसत एक्यूआई 422 दर्ज किया गया।

दिल्ली के विभिन्न इलाकों में दर्ज किया गया एक्यूआई लेवल

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक वजीरपुर में 464, मुंडका में 462, द्वारका में 400 एक्यूआई दर्ज किया गया । चांदनी चौक में 388, लोधी रोड में 375 के आसपास एक्यूआई दर्ज किया गया।

उल्लेखनीय है कि एक्यूआई 0 से 50 के बीच ‘अच्छा’ माना जाता है। वहीं, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’ और 201 से 300 के बीच ‘खराब’ माना जाता है। अगर एक्यूआई 301 से 400 के बीच है तो इसे ‘बेहद खराब’ की श्रेणी में माना जाता है। वहीं 401 से 500 के बीच एक्यूआई को ‘गंभीर’ माना जाता है।

दिल्ली सरकार के दफ्तरों में वर्क फ्रॉम होम का निर्णय

बताना चाहेंगे दिल्ली में लगातार दूषित हो रही हवा ने लोगों का जीना हराम कर दिया है। इससे दिल्ली सरकार के हाथ-पांव फूले हुए हैं। तमाम तरह के प्रतिबंध लागू हैं लेकिन वायु गुणवत्ता को लेकर हालात अब भी गंभीर बने हुए हैं। ऐसे में अब दिल्ली सरकार ने सरकारी दफ्तरों में वर्क फ्रॉम होम का निर्णय लिया है।

50 प्रतिशत कर्मचारी करेंगे घर से काम

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने एक्स पर आज लिखा, ” प्रदूषण कम करने के लिए दिल्ली सरकार ने सरकारी दफ्तरों में वर्क फ्रॉम होम का लिया निर्णय। 50 प्रतिशत कर्मचारी करेंगे घर से काम। इसके इम्पलिमेंटेशन के लिए सचिवालय में आज दोपहर 1 बजे अधिकारियों के साथ होगी बैठक। ”

स्मॉग की चादर तोड़ने के लिए करवानी पड़ेगी कृत्रिम वर्षा

इससे पहले गोपाल राय ने मंगलवार को केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को चिट्ठी लिखी थी। राय ने कहा था कि एक्सपर्ट से चर्चा के बाद यह बात सामने आई है कि अब वह समय आ गया है कि यदि हमें इस स्मॉग की चादर को तोड़ना है तो हमें कृत्रिम वर्षा करवानी पड़ेगी। (इनपुट-हिंदुस्थान समाचार)

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आखरी अपडेट: 22nd Dec 2024