प्रतिक्रिया | Sunday, December 22, 2024

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दिल्ली में एयर क्वालिटी सोमवार को भी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रही और राष्ट्रीय राजधानी के अस्पतालों में सांस संबंधी समस्याओं वाले मरीजों की संख्या में वृद्धि देखी गई। सोमवार सुबह भी दिल्ली के अधिकांश हिस्सों में धुंध की मोटी परत छाई रही।

सांस लेने में बढ़ रही कठिनाई

चूंकि राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण का स्तर “बहुत खराब” तक पहुंच गया है, इसलिए डॉक्टरों का कहना है कि सांस की बीमारियों से पीड़ित नहीं होने वाले लोग भी सांस लेने की समस्याओं से पीड़ित हो रहे हैं।

अपोलो अस्पताल में श्वसन संबंधी गंभीर देखभाल के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. निखिल मोदी ने कहा कि नियमित रोगियों के अलावा, जिन लोगों को पहले कोई श्वसन संबंधी समस्या नहीं थी, उनमें भी नाक बहने, छींकने, खांसने जैसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं और सांस लेने में कठिनाई बढ़ रही है।

अब हर तरह के निमोनिया के मरीज आ रहे 

मेदांता अस्पताल के इंस्टीट्यूट ऑफ चेस्ट सर्जरी- चेस्ट ऑन्को सर्जरी एंड लंग ट्रांसप्लांटेशन के चेयरमैन डॉ. अरविंद कुमार ने कहा, “जब आप इस तरह की हवा में सांस लेते हैं, तो आपका गला घुट जाता है। सभी आईसीयू में अब हर तरह के निमोनिया के मरीज आ रहे हैं। आप बाल रोग विशेषज्ञों से बात करें, उनके क्लीनिक में ऐसे बच्चों की बाढ़ आ गई है, जिन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही है। किसी भी घर में जाएं, बच्चे खांस रहे हैं, वयस्क खांस रहे हैं। इसलिए यह वास्तव में लोगों के स्वास्थ्य पर भारी पड़ रहा है। स्कूलों का बंद होना और सभी GRAP चीजें, मैं इससे पूरी तरह असहमत हूं क्योंकि ये सभी अस्थायी घुटने के बल चलने वाली प्रतिक्रियाएं हैं।”

दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में एयर क्वालिटी

बता दें कि  एयर क्वालिटी व मौसम पूर्वानुमान एवं अनुसंधान प्रणाली (सफर)-भारत के आंकड़ों के अनुसार सुबह 9 बजे तक राष्ट्रीय राजधानी में समग्र वायु गुणवत्ता 349 दर्ज की गई, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आती है। सफर-भारत के आंकड़ों के अनुसार, आज सुबह 9 बजे तक श्री अरबिंदो मार्ग पर एक्यूआई 206, अलीपुर में 358, आनंद विहार में 385, बुराड़ी क्रॉसिंग में 356, द्वारका-सेक्टर 8 में 367, आईजीआई एयरपोर्ट-टी3 में 338, लोधी रोड में 307, मुंडका में 382, ​​नजफगढ़ में 357 और आरके पुरम में 371 दर्ज किया गया। 

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार सुबह 9 बजे जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में वायु गुणवत्ता सूचकांक 315 था। अक्षरधाम के आसपास के क्षेत्र में धुंध की एक परत छाई हुई थी, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 378 दर्ज किया गया, जिसे सीपीसीबी के अनुसार ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रखा गया है।

आज सुबह कालिंदी कुंज में यमुना नदी में जहरीला झाग तैरता हुआ देखा गया, क्योंकि नदी में प्रदूषण का स्तर अभी भी उच्च बना हुआ है।

बता दें कि AQI को ‘200 और 300’ के बीच “खराब” माना जाता है, ‘301 और 400’ पर “बहुत खराब”, ‘401-450’ पर “गंभीर” और 450 और उससे ऊपर को “गंभीर प्लस” माना जाता है।

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आखरी अपडेट: 22nd Dec 2024