केंद्र सरकार आगामी 20 मई को ‘डिपो दर्पण’ पोर्टल और मोबाइल ऐप लॉन्च करने जा रही है, जिसका उद्देश्य देशभर के खाद्यान्न भंडारण डिपो में उच्चतम गुणवत्ता और प्रदर्शन मानकों को सुनिश्चित करना है। उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रह्लाद जोशी इस डिजिटल पहल का उद्घाटन करेंगे। इस पहल के तहत कुल 2,278 गोदामों को जोड़ा जाएगा, जिनमें भारतीय खाद्य निगम (FCI), केंद्रीय भंडारण निगम (CWC) और राज्य एजेंसियों/निजी संस्थाओं से किराए पर लिए गए गोदाम शामिल हैं।
‘डिपो दर्पण’ पोर्टल के माध्यम से डिपो प्रबंधक अपने गोदाम की बुनियादी ढांचे से जुड़ी जानकारी जियो-टैग के साथ अपलोड करेंगे, जिससे स्वचालित रेटिंग और सुधार के सुझाव जनरेट होंगे। यह प्रणाली शत प्रतिशत सत्यापन को सुनिश्चित करती है, जिसमें पर्यवेक्षण अधिकारियों द्वारा जांच की जाती है। गोदामों का मूल्यांकन दो मुख्य श्रेणियों में किया जाएगा-पहली, आधारभूत संरचना जिसमें सुरक्षा मानक, भंडारण की स्थिति, पर्यावरणीय पहलू, तकनीक का उपयोग और कानूनी मानदंड शामिल हैं; और दूसरी, संचालन कुशलता जिसमें स्टॉक टर्नओवर, नुकसान, स्थान उपयोग, मानव संसाधन खर्च और लाभप्रदता शामिल हैं। इन दोनों श्रेणियों के संयुक्त स्कोर के आधार पर गोदामों को स्टार रेटिंग दी जाएगी।
‘डिपो दर्पण’ स्मार्ट वेयरहाउसिंग तकनीकों से पूरी तरह एकीकृत है, जिससे एक डिजिटल निगरानी तंत्र तैयार होता है। इसमें CCTV सर्विलांस और IoT सेंसर का उपयोग किया जाएगा जो रियल टाइम में कार्बन डाइऑक्साइड, फॉस्फीन गैस, आग का खतरा,आर्द्रता, अनधिकृत प्रवेश और तापमान जैसे प्रमुख मापदंडों की निगरानी करेंगे।
इसके अलावा, गोदामों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर AI आधारित बैग काउंटिंग, ANPR (ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन) तकनीक से वाहनों की पहचान और ट्रैकिंग, और फेस रिकग्निशन सिस्टम (FRS) से प्रवेश नियंत्रण को भी शामिल किया गया है। डिपो दर्पण मोबाइल ऐप से पर्यवेक्षण अधिकारी किसी भी समय, कहीं से भी गोदाम की कार्यप्रणाली पर नजर रख सकते हैं और इससे निर्णय लेने में आसानी होती है।