कोलकाता में आज (मंगलवार) को अभूतपूर्व दृश्य देखने को मिलने की आशंका है, जहां उत्सव और विरोध के बीच टकराव की आशंका जताई जा रही है। रानी रासमणि रोड पर डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन और रेड रोड पर राज्य सरकार का पूजा कार्निवल लगभग एक ही समय पर आयोजित किया जाएगा। इससे महानगर में तनाव की आशंकाएं जताई जा रही है।
डॉक्टरों के संयुक्त मंच ने आरजी कर अस्पताल के मुद्दे और जूनियर डॉक्टरों के अनशन के समर्थन में शाम चार बजे रानी रासमणि रोड पर ‘द्रोह का कार्निवाल’ आयोजित करने की घोषणा की है। इसे कई अन्य संगठनों और मेडिकल कॉलेज के शिक्षकों का समर्थन प्राप्त है। राज्य सरकार का भव्य ‘पूजा कार्निवाल’ भी शाम 4:30 बजे रेड रोड पर होगा।
रानी रासमणि रोड और रेड रोड भौगोलिक रूप से 90 डिग्री के कोण पर स्थित हैं और दोनों सड़कें नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा के पास आकर मिलती हैं। इस तरह दोनों कार्यक्रम जमीनी और राजनीतिक स्तर पर भी आमने-सामने हैं। राज्य के मुख्य सचिव मनोज पंत ने डॉक्टरों के मंच से अनुरोध किया था कि वे रानी रासमणि रोड पर विरोध न करें, क्योंकि यह राज्य की छवि के लिए अनुचित होगा। डॉक्टरों ने न केवल यह अनुरोध ठुकराया, बल्कि मुख्य सचिव और गृह सचिव नंदिनी चक्रवर्ती को विरोध कार्निवाल में शामिल होने का निमंत्रण भी दे दिया।
उल्लेखनीय है कि कलकत्ता हाई कोर्ट ने निर्देश दिया है कि पूजा कार्निवाल में किसी प्रकार का व्यवधान नहीं होना चाहिए। सोमवार को रानी रासमणि रोड की एक लेन को पुलिस ने बंद कर रखा था और वहां लंबी दूरी की बसें खड़ी थीं। पुलिस ने इलाके में बैरिकेडिंग कर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की है, लेकिन विरोध प्रदर्शन की स्पष्ट तैयारी सोमवार तक नहीं दिखी। इसके विपरीत, रानी रासमणि रोड पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तस्वीर वाले पूजा कार्निवाल के होर्डिंग्स लगे हुए हैं।
पूजा कार्निवल की भव्य तैयारीः सरकारी पूजा कार्निवाल के लिए सोमवार को रेड रोड पर तैयारियां लगभग पूरी हो गईं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और देश-विदेश के विशिष्ट अतिथि इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। मुख्य मंच को पुरानी जमींदारी शैली में सजाया गया है और बड़े आकार की एलईडी स्क्रीन लगाई गई हैं। पूरे कार्यक्रम को सोशल मीडिया पर लाइव प्रसारित किया जाएगा और ड्रोन के जरिए भी दृश्य रिकॉर्ड किए जाएंगे।
इस बार कुल 103 पूजा समितियां इस कार्निवाल में भाग लेंगी और कार्यक्रम के लिए 28 हजार निमंत्रण पत्र वितरित किए गए हैं। सोमवार शाम से ही रेड रोड पर ट्रैफिक नियंत्रित कर दिया गया। कई क्लबों ने अपने जुलूसों की तैयारी शुरू कर दी थी। दोनों कार्निवाल एक-दूसरे के बेहद करीब होंगे, इसलिए किसी अप्रिय स्थिति की आशंका को पूरी तरह खारिज नहीं किया जा सकता। प्रशासन ने इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया है।
कोलकाता में ‘द्रोह का कार्निवल’ शुरू, हाई कोर्ट की फटकार के बाद पुलिस ने हटाई बैरिकेडिंग
कोलकाता के रानी रासमणि रोड पर मंगलवार अपराह्न ‘द्रोह का कार्निवल’ की शुरुआत हुई। हाई कोर्ट के निर्देश के बाद पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड हटाए गए, जिससे प्रदर्शनकारियों का हुजूम उमड़ पड़ा। जूनियर डॉक्टरों द्वारा आयोजित इस कार्निवल को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
हाई कोर्ट ने राज्य सरकार द्वारा लागू की गई धारा 163 को चुनौती देते हुए डॉक्टरों के पक्ष में फैसला सुनाया। मुख्य न्यायाधीश टीएस शिव गणनम के निर्देश पर सुनवाई जल्द की गई, जिसके बाद न्यायाधीश रवि किशन कपूर की बेंच ने निर्णय दिया कि हर नागरिक को शांतिपूर्ण प्रदर्शन का अधिकार है। अदालत ने बार-बार इस अधिकार पर जोर दिया है।
हाई कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने कई स्थानों पर बैरिकेड हटाने शुरू कर दिए। हालांकि, पंडाल विसर्जन के लिए आयोजित पूजा कार्निवल और ‘द्रोह के कार्निवल’ के मार्गों के बीच कुछ जगहों पर बैरिकेड अभी भी मौजूद हैं। रानी रासमणि रोड और धर्मतला इलाके में पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है। कई स्थानों पर भारी-भरकम बैरिकेड लगाए गए हैं, जिनमें लोहे की चेन और बांस के ढांचे का उपयोग किया गया है।
प्रदर्शन में महिषबाथन से आए ढाकियों ने भी हिस्सा लिया। उनके बैनरों पर लिखा था, “न्याय जब प्रहसन बने, तो संघर्ष ही अंतिम रास्ता है।” कुल 21 ढाकियों के साथ प्रदर्शनकारी कार्निवल में उत्साह और जोश भरने को तैयार हैं। कुछ ही देर में ढाक, नारेबाजी और गीतों से रानी रासमणि रोड गूंजने लगेगा।