प्रतिक्रिया | Sunday, April 20, 2025

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दुबई के क्राउन प्रिंस और संयुक्त अरब अमीरात के डिप्टी पीएम व रक्षा मंत्री शेख हमदान बिन मोहम्मद अल मकतूम मंगलवार को नई दिल्ली पहुंच गए। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर भारत की दो दिवसीय यात्रा कर रहे हैं। दुबई के क्राउन प्रिंस के रूप में शेख हमदान बिन मोहम्मद अल मकतूम की यह पहली आधिकारिक भारत यात्रा है।

क्राउन प्रिंस का औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर के साथ किया गया स्वागत

विदेश मंत्रालय ने उनकी यात्रा को भारत-यूएई संबंधों में एक मील का पत्थर बताया। एयरपोर्ट पर उनके औपचारिक स्वागत के लिए केंद्रीय सुरेश गोपी उपस्थित थे। मंत्रालय ने जानकारी दी कि क्राउन प्रिंस का औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर के साथ स्वागत किया गया।

क्राउन प्रिंस का विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ बैठक करने का भी कार्यक्रम

विदेश मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक आज मंगलवार दोपहर को प्रधानमंत्री मोदी और क्राउन प्रिंस की मुलाक़ात होगी। इस दौरान पीएम मोदी द्वारा गणमान्य अतिथि के सम्मान में दोपहर के भोजन का कार्यक्रम भी तय किया गया है। इसके अलावा क्राउन प्रिंस का विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ बैठक करने का भी कार्यक्रम है।

दिल्ली के बाद, क्राउन प्रिंस मुंबई का दौरा करेंगे और दोनों पक्षों के प्रमुख व्यापारिक नेताओं के साथ एक व्यापार गोलमेज सम्मेलन में भाग लेंगे। इस बातचीत से भारत-यूएई आर्थिक और वाणिज्यिक सहयोग मजबूत होगा।

विदेश मंत्रालय की ओर से जारी किया गया बयान

विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, “परंपरागत रूप से, दुबई ने भारत के संयुक्त अरब अमीरात के साथ वाणिज्यिक, सांस्कृतिक और लोगों के बीच आदान-प्रदान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। महामहिम क्राउन प्रिंस की यात्रा भारत-यूएई व्यापक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करेगी और दुबई के साथ हमारे बहुमुखी संबंधों को गहरा करेगी।”

विदेश मंत्री जयशंकर ने इस वर्ष 27-29 जनवरी को संयुक्त अरब अमीरात की अपनी यात्रा के दौरान क्राउन प्रिंस को भारत आने का पीएम मोदी का निमंत्रण दिया था।

इस यात्रा से भारत-यूएई व्यापक रणनीतिक साझेदारी को नई गति मिलने तथा दुबई के साथ भारत के संस्थागत और जमीनी स्तर के संबंधों को और बढ़ाने की उम्मीद है। भारत और यूएई के बीच औपचारिक राजनयिक संबंध 1972 में स्थापित हुए थे। 2015 में प्रधानमंत्री मोदी की ऐतिहासिक यात्रा के बाद से, जो तीन दशकों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा थी, द्विपक्षीय संबंधों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। (इनपुट-एजेंसी)

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आखरी अपडेट: 20th Apr 2025