भीषण गर्मी और चिलचिलाती धूप के बीच सऊदी अरब के मक्का में हज यात्रियों की मौतों की संख्या बढ़कर के अब 562 पर पहुंच गई है। चिकित्साकर्मियों ने बताया कि मृतकों में 320 मिस्र के रहने वाले हैं।
17 जून को मक्का की ग्रैंड मस्जिद में तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस किया रिकॉर्ड
इससे पहले 17 जून को मक्का की ग्रैंड मस्जिद में तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। सऊदी अरब के अधिकारियों के मुताबिक, मक्का में जलवायु परिवर्तन का गहरा असर हो रहा है।
मक्का में जलवायु परिवर्तन का हो रहा गहरा असर
यही वजह है कि मक्का में हर 10 साल में औसत तापमान 0.4 डिग्री सेल्सियस बढ़ रहा है। इससे पहले पिछले साल भी हज यात्रियों की गर्मी और चिलचिलाती धूप के बीच मौत हुई थी।
इस साल करीब 18 लाख तीर्थयात्री हज के लिए पहुंचे हैं
फिलहाल, सऊदी ने सभी यात्रियों को छाते इस्तेमाल करने की सलाह दी है। इसके अलावा उन्हें लगातार पानी पीने और धूप से बचने के लिए कहा जा रहा है। इस साल करीब 18 लाख तीर्थयात्री हज के लिए पहुंचे हैं। इनमें से 16 लाख लोग दूसरे देशों के हैं।
जैसे-जैसे दुनिया और गर्म होगी स्थिति होगी और भी बदतर
इस पर वैज्ञानिकों का कहना है कि जैसे-जैसे दुनिया और गर्म होगी स्थिति और भी बदतर होती जाएगी। सऊदी अरब के अधिकारियों के अनुसार पिछले साल 2000 से ज्यादा लोग गर्मी से प्रभावित हुए हैं।