देश में आम चुनाव को लेकर चुनावी सरगर्मी तेजी है। सभी पार्टियां वोटरों को लुभाने के लिए ताबड़तोड़ रैलियां कर रही हैं। चुनावी मैदान में जहां उम्मीदवार के तौर पर कई नए चेहरे नजर आ रहे हैं वहीं कई दिग्गज एक बार फिर जनता की सेवा के लिए चुनावी अखाड़े में उतरे हैं। ऐसे में देश के कई केंद्रीय मंत्री भी चुनाव में दोबारा किस्मत आजमा रहे हैं। आइए जानते हैं कौन-कौन से केंद्रीय मंत्रियों पर बीजेपी ने फिर से भरोसा जताया है।
भारतीय जनता पार्टी ने राज्यसभा से केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल अधिकतर मंत्रियों को लोकसभा चुनाव में उतारा है। इनमें केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव, पशुपालन व मत्स्य पालन मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला, सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर, विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन आदि शामिल हैं। इनमें से कुछ पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि कुछ वर्षों बाद लोकसभा के चुनावी मैदान में उतरे हैं।
धर्मेंद्र प्रधान
पश्चिमी ओडिशा में संबलपुर लोकसभा सीट पर ‘हाई-प्रोफाइल’ मुकाबला देखने को मिलेगा। सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) ने इस सीट पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के खिलाफ पार्टी महासचिव (संगठन) प्रणब प्रकाश दास को उतारा है। दास को मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के बाद बीजद में दूसरे नंबर का नेता माना जाता है। 53 वर्ष के दास राज्य के तटीय क्षेत्र में जाजपुर सीट से तीन बार के विधायक हैं जबकि राज्यसभा सदस्य प्रधान 15 साल के अंतराल के बाद चुनावी मैदान में लौटे हैं। दास 1990 के दशक के जनता दल के मशहूर नेता दिवंगत अशोक दास के बेटे हैं।
मनसुख मांडविया
भाजपा ने गुजरात के पोरबंदर से केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया को मैदान में उतारा है। मांडविया पहले अपने गृह नगर भावनगर लोकसभा सीट से लड़ने की तैयारी कर रहे थे। वे भावगनर की पालिताना सीट से एक बार विधायक भी रह चुके हैं। पोरबंदर से कांग्रेस ने ललित वसोया को उतारा है। वे स्थानीय और जमीन से जुड़े नेता हैं। गुजरात भाजपा ने सभी उम्मीदवारों को पांच लाख से अधिक अंतर से जीतने का लक्ष्य दिया हुआ है।
परषोत्तम रूपाला
राजकोट से भाजपा ने परषोत्तम रूपाला को उम्मीदवार बनाया है। वहीं हाल ही में रूपाला पूर्व महाराजाओं पर टिप्पणियों को लेकर फंसते नजर आ रहे हैं। गुजरात में क्षत्रिय समुदाय ने रूपाला की टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताई है। हालांकि, उन्होंने अपनी टिप्पणी को माफी भी मांग ली है।
राजीव चंद्रशेखर
भाजपा ने केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर को केरल की तिरुवनंतपुरम सीट से कांग्रेस सांसद शशि थरूर के खिलाफ टिकट दिया है। इस सीट पर सत्तारूढ़ वाम मोर्चा ने पूर्व सांसद पन्नियन रवींद्रन को खड़ा किया है। यहां चंद्रशेखर को कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा उम्मीद कर रही है कि ‘टेक्नोक्रेट’ से नेता बने चंद्रशेखर लोगों का दिल जीत सकते हैं।
वी मुरलीधरन
दक्षिण केरल के अट्टिंगल लोकसभा क्षेत्र से सियासी धुरंधरों के ताल ठोकने से मुकाबला त्रिकोणीय और दिलचस्प हो गया है। भाजपा ने यहां से केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन को मैदान में उतारा है। वहीं, कांग्रेस के मौजूदा सांसद अदूर प्रकाश और माकपा ने मौजूदा विधायक वी जाय को टिकट दिया है।
भूपेंद्र यादव
लोकसभा चुनाव में अलवर लोकसभा सीट पर भाजपा ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने अलवर सीट से मुंडावर विधायक ललित यादव को उम्मीदवार बनाया हैं। बड़े कद के नेता भूपेंद्र यादव पर बड़े अंतर से जीत दर्ज करने की चुनौती है।