प्रतिक्रिया | Sunday, September 07, 2025

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21/08/24 | 10:22 am

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ईपीएफओ ने जून महीने के दौरान 19.29 लाख सदस्य जोड़े, 4.28 लाख महिला सदस्य शामिल

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने जून महीने में शुद्ध रूप से (नेट) 19.29 लाख सदस्यों को जोड़ा है। आंकड़ों के विश्लेषण के मुताबिक शुद्ध रूप से जोड़े गए सदस्यों में जून, 2023 के मुकाबले 7.86 फीसदी की वृद्धि दर्ज हुई है।

श्रम मंत्रालय एवं रोजगार मंत्रालय ने मंगलवार को जारी एक बयान में बताया कि संगठित क्षेत्र में नौकरियों में इजाफा हुआ है। ईपीएफओ के जारी आंकड़ों से पता चलता है कि जून, 2024 के दौरान करीब 10.25 लाख नए सदस्य जुड़े हैं। ये मई, 2024 में जुड़े नए सदस्यों के मुकाबले 4.08 फीसदी अधिक है, जबकि पिछले साल जून के मुकाबले 1.05 फीसदी अधिक है।

आंकड़ों के मुताबिक जून में जुड़ने वाले सदस्‍यों में 18-25 आयु वाले युवाओं का दबदबा रहा, जो जून में जुड़े कुल नए सदस्यों का 59.14 फीसदी है। ये बताता है कि संगठित कार्यबल में शामिल होने वाले ज्यादातर युवा हैं। मंत्रालय ने कहा कि ईपीएफओ से जुड़ने वाले सदस्यों की संख्या में वृद्धि की मुख्‍य वजह रोजगार के अवसरों में वृद्धि, कर्मचारी लाभों के बारे में बढ़ती जागरूकता और ईपीएफओ के प्रचार-प्रसार कार्यक्रम शामिल हैं।

ईपीएफओ के जारी आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि जून महीने के दौरान जोड़े गए स्त्री-पुरूष के आधार पर नए सदस्यों में से करीब 2.98 लाख महिलाएं हैं। ये आंकड़ा पिछले वर्ष जून की तुलना में 5.88 फीसदी अधिक है। इसके साथ ही शुद्ध रूप से जून में 4.28 लाख महिला सदस्यों को जोड़ा गया है, जो सालाना आधार पर 8.91 फीसदी अधिक है।

उल्‍लेखनीय है कि पेरोल आंकड़े के राज्य-वार विश्लेषण से पता चलता है कि शुद्ध रूप से जून में महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात और हरियाणा में सदस्यों में सबसे अधिक वृद्धि हुई है। इन राज्यों का कुल सदस्य वृद्धि में लगभग 61.16 प्रतिशत का योगदान है और जून महीने के दौरान यहां से कुल 11.8 लाख कुल सदस्य जुड़े।

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आखरी अपडेट: 7th Sep 2025