प्रतिक्रिया | Sunday, November 17, 2024

  • Twitter
  • Facebook
  • YouTube
  • Instagram

किसान घर बैठे मंगवा सकते हैं उन्नत किस्म के बासमती धान के बीज, जानें कौन-कौन प्रजाति हैं उपलब्ध  

 

 

बासमती धान विश्व स्तर पर अपनी सुगंध और स्वाद के लिए जाना जाता है। भारत में कई वर्षों से बासमती धान की खेती की जा रही है। वर्तमान में विश्व स्तर पर भारत बासमती चावल का सबसे बड़ा निर्यातक बन चुका है, जो कि भारत की विदेशी मुद्रा आय का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।

घर बैठे ही ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं किसान
भारतीय किसान कुशल रूप से बासमती धान की खेती करते आ रहे हैं, जिसमे बड़ा योगदान भारतीय कृषि अनुसंधान द्वारा विकसित बासमती धान की प्रजातियों का रहा है, जो कि अधिक उपज के साथ साथ विभिन्न प्रमुख रोग और कीट के प्रति सहनशील है। ऐसी ही उन्नत बासमती प्रजातियों के बीज राष्ट्रीय बीज निगम (एनएससी) अब ओएनडीसी म्यस्टोरे के माध्यम से सस्ती दरो पर उपलब्ध करवा रही है, जो की किसान भाई घर बैठे ही ऑनलाइन ऑर्डर कर मँगवा सकते है। खरीफ ऋतु में बोए जाने वाली बासमती धान की तीन प्रमुख उन्नतशील प्रजातियां, पीबी -1692, पीबी -1121 एवं पीबी 1718, जो की भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूसा, द्वारा विकसित की गयी हैं, ऑनलाइन खरीद के लिए एनएससी 10 किलोग्राम की आकर्षक पैकिंग में उपलब्ध करवा रही है।

उपलब्ध बासमती धान प्रजातियों की विशेषताएं

1) पूसा बासमती-1692: यह 2020 में विमोचित सिंचित अवस्था मे धान गेहूं फसल प्रणाली के लिए
उपयुक्त किस्म है। इसके पौधे अर्ध बौने एवं गिरने के प्रति प्रतिरोधक है तथा पकने पर इसके दाने झड़ते नहीं है। इसका चावल ज्यादा टूटता नहीं है और चावल लंबा एवं अत्यधिक सुगंधित होता है । यह प्रजाति 110-115 दिन की अवधि मे पक कर तैयार हो जाती है और इसकी औसत उपज 50-60 कु0 प्रति हेक्टेयर तक की है । कम अवधि की फसल होने के कारण अन्य प्रजाति की खेती मे 4-6 बार की सिंचाई की बचत होती है।

2) पूसा बासमती-1121: यह प्रजाति सिंचित अवस्था में धान गेहूं फसल प्रणाली के लिए उपयुक्त है। यह 140-145 दिन मे पक कर तैयार हो जाती है जो तरावड़ी बासमती से 15 दिन अगेती है। इसका दाना लंबा (8 मि.मि पकने के उपरांत लगभग 20 मि.मि ) व पतला है जो गुणों माए तरावड़ी बासमती से अच्छा है। यह कम लागत में गुणवत्तापूर्ण, निर्यात योग्य अधिक उपज देने वाली किस्म है। इसकी उपज लगभग 40 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होती है।

3) पूसा बासमती-1718 : यह 2017 में विमोचित सिंचित अवस्था के लिए उपयुक्त किस्म है। इस किस्म आधुनिक अनुवंशिकी प्रणाली द्वारा रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया गया है। यह 136-138 दिन में पक कर तैयार हो जाती है और करीब 42 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की औसत उपज रहती है।

भारत के किसी भी क्षेत्र से बीज ऑनलाइन ऑर्डर करने हेतु किसान भाई राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट www.indiaseeds.com पर ऑनलाइन शॉपिंग के लिंक का उपयोग कर सुलभ रूप से बीज अपने घर तक मंगवा सकते है। इसके अतिरिक्त आप ओएनडीसी माय स्टोर के ऐप के माध्यम से भी बीज ऑर्डर कर सकते है।

33% की छूट के साथ निम्नलिखित दरो पर धान बासमती बीज ऑनलाइन खरीद हेतु उपलब्ध है:
पीबी-1692 ——रु 80 प्रति किलो
पीबी- 1121——रु 90 प्रति किलो
पीबी-1718——-रु 92 प्रति किलो
एनएससी से धान एवं अन्य बीजों की ऑनलाइन खरीद हेतु आप नीचे दिए क्यूआर कोड का भी प्रयोग कर सकते हैं।

कॉपीराइट © 2024 न्यूज़ ऑन एयर। सर्वाधिकार सुरक्षित
आगंतुकों: 11395163
आखरी अपडेट: 17th Nov 2024