उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गुरुवार को गोबिंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय के शिक्षकगणों के साथ संवाद किया। उपराष्ट्रपति ने नाहेप भवन में लगाये गये कृषि उत्पाद स्टॉलों का निरीक्षण किया व कृषि संग्रहालय का भ्रमण किया।
उन्होंने विवि के कृषि संग्रहालय का भ्रमण कर विश्वविद्यालय के छह दशक की पूरी गाथा जानी तथा विवि की स्थापना, हरित क्रांति की इतिहास से जुड़ी तस्वीरों और दस्तावेजों के माध्यम से जाना। कृषि महाविद्यालय के डीन डॉ. शिवेंद्र कुमार ने उपराष्ट्रपति को संग्रहालय की विशेषताएं बताई। संग्रहालय देख उपराष्ट्रपति काफी प्रभावित हुऐ और संग्रहालय की तारीफ की।
उपराष्ट्रपति ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि बदलते परिवेश में किसान अपने को तकनीकी रूप से आगे बढ़ाए। उन्होंने कहा कि बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था में किसानों को अपना योगदान देना है तो किसानों को कृषि के साथ ही कृषि उद्योगों से जुड़ना होगा। किसान अपना उत्पाद तुरंत बेच देते हैं, जिससे उनको उपज का उचित मूल्य नहीं मिल पता है और उन्हें आर्थिक रूप से नुकसान उठाना पड़ता है, इसलिए ज्यादा से ज्यादा फायदा लेने के लिए वेयर हाउसिंग बनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि यह देखा जाता है कि किसान दूध और छाछ तक ही सीमित रहता है। अब समय आ गया है कि दूध से आइसक्रीम, पनीर व सभी प्रकार के दुग्ध उत्पाद तैयार कर बाजार में बेंचे।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि किसानों को आय बढ़ाने के लिए कृषि उत्पादों की ब्रैंडिंग, पैकेजिंग कर संगठित बाजार व क्लस्टरों से जुड़ना होगा, ताकि वे अधिक से अधिक लाभ उठा सकें। उन्होंने कहा कि कृषकों के योगदान से ही भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र होगा।
(इनपुट- हिन्दुस्थान समाचार)