प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शुक्रवार को आंध्र प्रदेश के अमरावती में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि विकसित भारत की नींव चार प्रमुख स्तंभों पर आधारित है- गरीब, किसान, युवा और महिला सशक्तिकरण। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की सभी योजनाओं में इन चार वर्गों को प्राथमिकता दी जा रही है। प्रधानमंत्री ने बताया कि पिछले 10 वर्षों में सरकार ने किसानों को सस्ते खाद उपलब्ध कराने के लिए करीब 12 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं। उन्होंने बताया कि हजारों नई और उन्नत बीज किस्में किसानों को दी गई हैं, जिससे कृषि उत्पादन में वृद्धि हुई है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत आंध्र प्रदेश के किसानों को 5,500 करोड़ रुपये के बीमा दावे मिले हैं। साथ ही पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत 17,500 करोड़ रुपये सीधे किसानों के खातों में ट्रांसफर किए गए हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि देशभर में सिंचाई परियोजनाओं और नदियों को जोड़ने की योजनाओं को तेजी से बढ़ाया जा रहा है ताकि हर खेत तक पानी पहुंचे। प्रधानमंत्री ने कहा कि बड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स जैसे सड़क, रेल, सीमेंट और स्टील उद्योगों को भी बढ़ावा मिल रहा है, जिससे युवाओं को रोजगार के अवसर मिल रहे हैं। उन्होंने बताया कि आंध्र प्रदेश में चल रहे इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स से हजारों युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिले हैं। उन्होंने बताया कि पिछले 10 वर्षों में भारत ने भौतिक, डिजिटल और सामाजिक ढांचे पर विशेष ध्यान दिया है और अब भारत दुनिया में सबसे तेजी से आधुनिक हो रहे देशों में शामिल है। आंध्र प्रदेश को भी इसका बड़ा लाभ मिला है। राज्य में हजारों करोड़ रुपये की सड़क और रेल परियोजनाएं स्वीकृत हुई हैं जिससे राज्य का विकास तेज हो रहा है। पीएम ने कहा कि Renigunta-Naidupeta हाईवे से तिरुपति बालाजी मंदिर तक पहुंचना अब और आसान हो गया है, जिससे पर्यटन और धार्मिक यात्राओं को भी बल मिलेगा। उन्होंने अमरावती में 58,000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास और राष्ट्र को समर्पण किया। उन्होंने कहा कि “इंद्रलोक की राजधानी अमरावती को आंध्र प्रदेश की राजधानी बनना केवल संयोग नहीं है, यह ‘स्वर्ण आंध्र’ के निर्माण की दिशा में संकेत है।”
पीएम मोदी ने कहा कि 2014 से 2019 के बीच केंद्र सरकार ने अमरावती के निर्माण में हर संभव सहयोग दिया। उन्होंने कहा कि एनटीआर गरु ने एक समृद्ध आंध्र प्रदेश का सपना देखा था और अब हम सब मिलकर उसे पूरा करने की जिम्मेदारी निभाएं। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी केरल के तिरुवनंतपुरम में थे, जहां उन्होंने 8,800 करोड़ रुपये की लागत से बने विझिंजम इंटरनेशनल डीप वाटर मल्टीपर्पज सीपोर्ट को राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि यह पोर्ट आने वाले वर्षों में भारत का एक बड़ा ट्रांसशिपमेंट हब बनेगा, जिससे दुनिया के सबसे बड़े कार्गो जहाज सीधे भारत आ सकेंगे। पीएम ने बताया कि पहले भारत के 75% ट्रांसशिपमेंट कार्य विदेशी बंदरगाहों से होते थे, जिससे देश को बड़ा आर्थिक नुकसान होता था। अब यह स्थिति बदल रही है और भारत का पैसा भारत में ही निवेश होगा, जिससे केरल और विझिंजम के लोगों को आर्थिक अवसर मिलेंगे।- (ANI)