भारतीय अर्थव्यवस्था के लगातार शानदार प्रदर्शन को देखते हुए विदेशी निवेशकों का रुझान भारत की ओर बढ़ रहा है। ऐसे में देश में इंश्योरेंस सेक्टर का कारोबार भी तेजी से बढ़ रहा है। केवल इतना ही नहीं, विदेशी निवेशक भी इसमें अच्छी-खासी दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
पिछले 9 साल में इंश्योरेंस सेक्टर में करीब 54 हजार करोड़ रुपये का FDI आया
इस संबंध में फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्रेटरी विवेक जोशी ने बताया, पिछले 9 साल के दौरान इंश्योरेंस सेक्टर में करीब 54 हजार करोड़ रुपये का FDI आया है। विवेक जोशी का कहना है कि सरकार ने अपनी नीतियों में ढील दी है जिससे विदेशी निवेशक बड़ी संख्या में भारत की ओर आकर्षित हो रहे हैं।
बीमा सेक्टर में एफडीआई लिमिट
पहले बीमा सेक्टर में एफडीआई लिमिट सिर्फ 36 फीसदी थी लेकिन 2015 में केंद्र सरकार ने इसे बढ़ाकर पहले 49 फीसदी और फिर 2021 में 74 फीसदी कर दिया। इंश्योरेंस इंटरमीडियरीज के लिए एफडीआई लिमिट को साल 2019 में बढ़ाकर 100 फीसदी कर दिया गया।
बीमा सेक्टर में विदेशी निवेशकों के लिए रास्ते अब पूरी तरह खुल गए
फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्रेटरी का कहना है कि इन नीतिगत बदलावों से बीमा सेक्टर में विदेशी निवेशकों के लिए रास्ते अब पूरी तरह से खुल गए हैं और उसका भरपूर लाभ उठाया गया है।
बीमा कंपनियों की संख्या 54 से बढ़कर 70 हो गई
उनके मुताबिक एफडीआई के साथ ही इंश्योरेंस सेक्टर में बीमा कंपनियों की संख्या भी बढ़ी है। पिछले एक दशक के दौरान बीमा कंपनियों की संख्या भी 54 से बढ़कर 70 हो गई है। इस दौरान बीमा सेक्टर की ग्रोथ मापने वाले बाकी पैमानों में भी बढ़ोतरी देखी गई है।