महाराष्ट्र में पिछले सप्ताह से हो रही लगातार मूसलाधार बारिश के चलते सूबे के पांच जिले भंडारा, कोल्हापुर, सांगली, रायगढ़, गढ़चिरौली बाढ़ की चपेट में हैं। जिला प्रशासन ने नदियों के तटीय इलाकों में रहने वालों को सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील की है। इसके साथ ही किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए एनडीआरएफ टीमों को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है। भंडारा जिले में पिछले चार दिनों से लगातार भारी बारिश होने से वैनगंगा नदी भी खतरे के निशान को पार कर गई है। इसके चलते भंडारा के पास करधा छोटे पुल पर पानी आ जाने के कारण इस पुल को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है।
लगातार बारिश के चलते भंडारा जिले के गोसेखुर्द बांध में जलस्तर बढ़ने के कारण बांध के 33 गेट खोल दिये गए हैं। इसके चलते भारी मात्रा में पानी नदी में छोड़ा जा रहा है और प्रशासन ने नदी के किनारे के गांवों को अलर्ट जारी कर दिया है। जिला प्रशासन नदी के तटीय इलाकों में रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर रहा है। इसी तरह कोल्हापुर जिले में पिछले पांच दिनों से हो रही लगातार बारिश के चलते अब पंचगंगा नदी का जलस्तर 41 फीट तक पहुंच गया है। कोल्हापुर-रत्नागिरी, कोल्हापुर-गगनबावड़ा हाईवे यातायात के लिए बंद हैं। पुणे-बेंगलुरु हाईवे की ओर जाने वाला रास्ता भी बंद कर दिया गया है।
गढ़चिरौली में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। गढ़चिरौली में लगातार बारिश और बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बाढ़ के कारण कई गांवों का संपर्क टूट गया है। हाईवे पर बाढ़ का पानी आने से 4 प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग गढ़चिरौली-चामोर्शी, गढ़चिरौली-नागपुर, आष्टी-अल्लापल्ली, अलापल्ली-भामरागढ़ बंद हो गए हैं। इन 4 हाईवे के साथ ही जिले की 12 सड़कें भी बंद हो गई हैं। बाढ़ की स्थिति के कारण जिले में तीन दिनों से सब्जी, दूध और ब्रेड जैसी आवश्यक वस्तुओं की कमी हो गयी है।
वहीं रायगढ़ जिले में पिछले कई दिनों से हो रही बारिश से कुंडलिका नदी खतरे के निशान को पार कर गई है। इससे नदी किनारों पर बसे लोगों को स्थानांतरित करने का काम जिला प्रशासन की ओर से किया जा रहा है। सांगली नदी में कृष्णा नदी का जलस्तर भी लगातर बढ रहा है। इससे जिला प्रशासन सतर्क है। आज सुबह से ही मुंबई में लगातार बारिश हो रही है। कई इलाकों में जलभराव हो गया है लेकिन मुंबई नगर निगम की ओर से पंपिंग के सहयोग से जलनिकासी का काम जारी है।