ग्लोबल बायो-इंडिया का चौथा संस्करण प्रगति मैदान,नई दिल्ली में 14 सितम्बर को सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, कार्यक्रम के दौरान भारत की बढ़ती बायोटेक क्षमताओं को प्रदर्शित किया गया। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) द्वारा जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान सहायता परिषद (BIRAC) के साथ साझेदारी में यह कार्यक्रम 12 से 14 सितंबर तक आयोजित किया गया।
केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने तीन दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन किया, जिसमें देश की जैव अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने वाले प्रमुख क्षेत्रों, जैव प्रौद्योगिकी नवाचार और जैव-विनिर्माण में भारत की ताकत पर जोर दिया गया। इस कार्यक्रम में भारत और दुनिया भर से बायोटेक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। ग्लोबल बायो-इंडिया का मुख्य विषय “बायोटेक इनोवेशन” और “बायो-मैन्युफैक्चरिंग” था।
इस कार्यक्रम के दौरान भारतीय स्टार्टअप द्वारा 11 नए बायोटेक उत्पादों का लॉन्च किया गया जो जैव विज्ञान में देश की उभरती प्रतिभा को दर्शाता है। इस कार्यक्रम में सह-वित्तपोषण साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए BIRAC, चिल्ड्रन्स इन्वेस्टमेंट फंड फाउंडेशन और IPE ग्लोबल के बीच आशय पत्रों का आदान-प्रदान भी हुआ।
समापन सत्र में बायोटेक उद्योग में योगदान देने वाले विभिन्न लोगों को कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया, जिसमें BIRAC इनोवेटर्स अवार्ड्स, बेस्ट स्टार्टअप एक्जीबिटर अवार्ड्स, बेस्ट इनक्यूबेटर एक्जीबिटर अवार्ड्स और बायोई3 कॉम्पिटिशन अवार्ड्स शामिल हैं। इसके अलावा दो सरकारी कार्यक्रमों के तहत प्रस्तावों के लिए नए आह्वान की घोषणा की गई : i4 (उद्योग के लिए नवाचार) और PACE (अकादमिक सहयोग और उद्यमिता को बढ़ावा देना), जो इस क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है।