दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आज मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ते प्रदूषण स्तर को लेकर संबंधित विभागों के साथ एक बैठक की। गौरतलब है कि दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है, जबकि कई इलाकों में प्रदूषण ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया है। गोपाल राय ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, “उत्तर भारत के सभी राज्यों को एक साथ काम करना होगा। दिल्ली सरकार दिन-रात काम कर रही है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक आज मंगलवार सुबह 8 बजे दिल्ली का AQI 384 दर्ज किया गया। वहीं, SAFAR इंडिया के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली के कई स्थानों पर AQI 400 के पार पहुंच चुका था, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।आज सुबह 8 बजे के आसपास, दिल्ली के मुंडका में AQI 416, विवेक विहार में 424, अशोक विहार में 418, नई मोटी बाग में 414, आनंद विहार में 457, रोहिणी में 401 और द्वारका सेक्टर 8 में 404 दर्ज किया गया। वायु गुणवत्ता इंडेक्स (AQI) को ‘200-300’ के बीच ‘खराब’, ‘301-400’ के बीच ‘बहुत खराब’, ‘401-450’ के बीच ‘गंभीर’ और 450 से ऊपर को ‘गंभीर ‘ माना जाता है।
प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए केंद्र और राज्यों की संयुक्त कार्रवाई की जरूरत : गोपाल राय
इस बैठक में गोपाल राय ने प्रदूषण को कम करने के लिए केंद्र और राज्यों की संयुक्त कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि केवल दिल्ली सरकार के प्रयासों से समस्या का समाधान नहीं हो सकता, बल्कि सभी राज्य सरकारों को मिलकर काम करना होगा। प्रदूषण के कारणों में वायु प्रदूषण, कृषि पराली जलाने, वाहन प्रदूषण और निर्माण कार्यों से होने वाली धूल शामिल हैं, जिनके समाधान के लिए ठोस और समन्वित प्रयासों की आवश्यकता है।
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण को लेकर कई कदम उठाए हैं, जिनमें निर्माण गतिविधियों पर नियंत्रण, पराली जलाने के खिलाफ कार्रवाई और वाहनों के उत्सर्जन पर नजर रखने जैसे कदम शामिल हैं। लेकिन, गोपाल राय के मुताबिक यदि अन्य राज्यों की सरकारें इस मुद्दे पर गंभीर नहीं होतीं तो समस्या का समाधान नहीं हो सकता। दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए आने वाले दिनों में कई अन्य कदम उठाने की योजना बनाई है। इनमें ट्रैफिक को नियंत्रित करने, निर्माण कार्यों के लिए नई गाइडलाइन्स जारी करने और अधिक से अधिक हरित क्षेत्र विकसित करने पर ध्यान दिया जाएगा। साथ ही, दिल्ली सरकार ने एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) के राज्यों से भी प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए मिलकर काम करने की अपील की है।