प्रतिक्रिया | Thursday, November 21, 2024

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देश में एमपॉक्स का एक संदिग्ध मरीज मिलने के बाद केंद्र सरकार सतर्क हो गई है। सोमवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को चिट्ठी लिख कर एडवाइजरी जारी की है। राज्यों को सतर्कता बरतने के साथ एमपॉक्स के संदिग्ध मरीजों की जांच करने और उनके संपर्क में आने वाले लोगों का पता लगाने की सलाह दी गई है।

 संदिग्ध मरीजों के सैंपल की जांच के लिए कई लैब निर्धारित

स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा लिखी गई चिट्ठी में कहा गया है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एमपॉक्स को चिंता का विषय घोषित किया है। इसलिए इस पर सख्ती से निगरानी और इससे निपटने के सभी उपाय किए जाने चाहिए। इस संबंध में सारी जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय को दी जानी चाहिए। मंत्रालय ने कहा है कि एमपॉक्स के संदिग्ध मरीजों के सैंपल की जांच के लिए कई लैब निर्धारित की गई हैं जिनकी जानकारी सभी राज्यों को दी गई है। इसके साथ सभी राज्यों के लिए प्रोटोकॉल भी जारी किया गया है।

अनावश्यक डर फैलाने से बचें

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने राज्यों को लिखा कि लोगों में अनावश्यक डर फैलाने से बचें। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि, मौजूदा प्रकोप में भारत में एमपॉक्स का कोई नया मामला सामने नहीं आया है और संदिग्ध मामलों में से किसी भी नमूने में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने सतर्क रहने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने बताया कि मंत्रालय लगातार स्थिति पर नजर रख रहा है। 

संदिग्ध मरीज का इलाज जारी

गौरतलब हो कि रविवार को भारत में एमपॉक्स का एक संदिग्ध मरीज मिला है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी कि एक शख्स में एमपॉक्स के लक्षण मिले हैं जो हाल ही में विदेश से भारत लौटा है। संदिग्ध मरीज का अस्पताल में आइसोलेशन में इलाज किया जा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक, संदिग्ध मरीज की हालत ठीक है, वहीं उसके सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। मंत्रालय के मुताबिक, प्रोटोकॉल के तहत उस व्यक्ति के संपर्क में आए सभी लोगों की जांच की जा रही है।

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आखरी अपडेट: 21st Nov 2024