मौसम विभाग ने देश के पूर्व, पश्चिम तथा पश्चिमोत्तर और मध्य भागों में अगले चार दिनों के दौरान मूसलाधार बारिश की संभावना व्यक्त की है। अगले सात दिनों में दक्षिणी प्रायद्वीप के कुछ भागों में तेज वर्षा हो सकती है। त्रिपुरा में भी बारिश की वजह से प्रभावित लोगों के लिए राहत बचाव जारी है। गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य के सीएम से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
इन राज्यों में 26 अगस्त तक अलर्ट
मौसम विभाग ने 26 अगस्त तक बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गुजरात, कोंकण और गोवा में तेज वर्षा की आशंका जताई है। असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अगले पांच दिनों के दौरान मूसलाधार वर्षा की संभावना व्यक्त की गई है। विभाग ने बताया कि उत्तरी बांग्लादेश के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने से कुछ स्थानों में तेज से बहुत तेज वर्षा होने के आसार है। इस बीच, दिल्ली और आस-पास के क्षेत्रों में आज सुबह हल्की बारिश हुई।
त्रिपुरा में बाढ़ से लाखों लोग प्रभावित
वहीं त्रिपुरा में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है और शुक्रवार को मरने वालों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि पिछले 24 घंटों में दक्षिण त्रिपुरा में अचानक भूस्खलन के कारण सात लोगों की मौत हो गई, जबकि 65,400 लोगों को राज्य भर में स्थापित 450 राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया है। गुरुवार से चल रहे खोज और बचाव अभियान में सहायता के लिए अरुणाचल प्रदेश से 11 राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमें भेजी गई हैं। इसके अलावा, ग्रामीण विकास, जल संसाधन, बिजली, पीडब्ल्यूडी (सड़क और भवन), वन, पुलिस, अग्निशमन सेवा और अर्धसैनिक बलों सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी पिछले चार दिनों से चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं।
केंद्रीय सहायता
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने त्रिपुरा में बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए सीएम साहा से बात की है। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि केंद्र की ओर से राहत और बचाव कार्यों में स्थानीय सरकार की सहायता के लिए नावों और हेलीकॉप्टरों के अलावा एनडीआरएफ की टीमों को राज्य में भेज रहा है। आवश्यकता पड़ने पर केंद्र से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। केंद्र सरकार संकट की इस घड़ी में त्रिपुरा में हमारे बहनों और भाइयों के साथ मजबूती से खड़ी है।
बांग्लादेश में बाढ़ को लेकर भारत ने दिया जवाब
वहीं बांग्लादेश के कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में त्रिपुरा में गोमती नदी पर बने बांध को खोलने की वजह से बांग्लादेश के कुछ हिस्सों में बाढ़ आने की खबरों का भारत ने खंडन किया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमने बांग्लादेश में इस बात पर चिंता व्यक्त की है कि बांग्लादेश की पूर्वी सीमा पर स्थित जिलों में बाढ़ की वर्तमान स्थिति त्रिपुरा में गोमती नदी के ऊपर डंबूर बांध के खुलने के कारण हुई है। यह तथ्यात्मक रूप से सही नहीं है।
हम यह बताना चाहेंगे कि भारत और बांग्लादेश से होकर बहने वाली गोमती नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों में इस वर्ष की सबसे भारी बारिश हुई है। बांग्लादेश में बाढ़ मुख्य रूप से बांध के नीचे की ओर इन बड़े जलग्रहण क्षेत्रों से पानी के कारण है। बता दें कि डंबूर बांध सीमा से काफी दूर स्थित है – बांग्लादेश से 120 किलोमीटर ऊपर की ओर। यह एक कम ऊंचाई (लगभग 30 मीटर) का बांध है जो बिजली पैदा करता है जो ग्रिड में जाती है और जिससे बांग्लादेश त्रिपुरा से 40 मेगावाट बिजली भी प्राप्त करता है। बांग्लादेश में बाढ़ की स्थिति त्रिपुरा में गोमती नदी पर भारतीय बांध से पानी छोड़े जाने के कारण नहीं है।