केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कई राज्यों में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए इससे निपटने के लिए त्वरित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। सोमवार को शाह ने असम, उत्तर प्रदेश और गुजरात के मुख्यमंत्रियों से अलग-अलग फोन पर बातचीत कर इन क्षेत्रों में भारी बारिश और बढ़ते जल स्तर के प्रभाव का आकलन किया।
असम जहां करीब 18 जिलों में 5 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) के मुताबिक बाढ़ से मरने वालों की संख्या 90 से अधिक हो गई है।
असम में बाढ़ से प्रभावित जिलों में कछार, चिरांग, दरांग, धेमाजी, धुबरी, डिब्रूगढ़, गोलपारा, गोलाघाट, जोरहाट, कामरूप, कामरूप मेट्रोपॉलिटन, करीमगंज, माजुली, मोरीगांव, नागांव, नलबाड़ी और शिवसागर शामिल हैं। दूसरी ओर, असम में 52 राजस्व सर्किलों के अंतर्गत 1,342 गांव अभी भी जलमग्न हैं और बाढ़ के पानी ने 25367.61 हेक्टेयर फसल क्षेत्र को जलमग्न कर दिया है। 13 जिलों में 172 राहत शिविरों और वितरण केंद्रों में 58,000 से अधिक लोग अभी भी शरण लिए हुए हैं। बाढ़ से 283712 पालतू जानवर भी प्रभावित हुए हैं।
वहीं उत्तर प्रदेश भी खासकर पूर्वी और मध्य क्षेत्र बाढ़ से जूझ रहा है। कई नदियों में बढ़ते जल स्तर से करीब 900 से अधिक गांवों के लगभग 18 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर चुके हैं और अधिकारियों को आवश्यक सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।
जबकि गुजरात में, वलसाड जिले में भारी बारिश के कारण निचले इलाकों और राष्ट्रीय राजमार्ग के कुछ हिस्सों में बाढ़ आ गई है। मधुबन बांध में जल स्तर काफी बढ़ गया है, जिससे आपदा प्रबंधन टीमों को तैनात करना पड़ा है।
राज्य के नेताओं के साथ अपने फोन कॉल के दौरान, शाह ने उन्हें केंद्र के समर्थन का आश्वासन दिया। उन्होंने राहत एवं बचाव कार्यों में सहायता के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) से सहायता प्रदान करने का भरोसा जताया।