उत्तराखंड में केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है। रुद्रप्रयाग के जिला मजिस्ट्रेट के अनुसार, 10 मई से अब तक केवल 28 दिनों में कुल 7,10,698 तीर्थयात्री विश्व प्रसिद्ध 11वें ज्योतिर्लिंग केदारनाथ धाम की यात्रा कर चुके हैं। उल्लेखनीय है, 10 मई से अब तक 7 लाख से अधिक भक्तों ने केदारनाथधाम के दर्शन किए।
बता दें, उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी तीर्थयात्रियों के लिए पंजीकरण अनिवार्य कर दिया है। राज्य की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने 22 मई को अनिवार्य पंजीकरण के लिए एक सलाह जारी की। हरिद्वार और ऋषिकेश में ऑफलाइन पंजीकरण बंद होने से अब श्रद्धालु ऑनलाइन पंजीकरण के बाद ही यात्रा कर सकते हैं। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे पंजीकरण के बाद निर्धारित तिथि पर ही यात्रा पर आएं।
उत्तराखंड सरकार के अनुसार, इससे पहले 2 जून को 19,000 से अधिक तीर्थयात्रियों ने श्री केदारनाथ धाम में पूजा-अर्चना की जिससे तीर्थयात्रियों की कुल संख्या 6,00,000 से अधिक हो गई। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 12,857 पुरुषों, 6,323 महिलाओं और 304 बच्चों सहित कुल 19,484 तीर्थयात्रियों ने पवित्र मंदिर का दर्शन किया। राज्य सरकार के आंकड़ों के अनुसार, कुल 6,27,213 तीर्थयात्री श्री केदारनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं। रुद्रप्रयाग पुलिस द्वारा प्रदान की गई सहायता के कारण केदारनाथ धाम में श्रद्धालु सुगम और निर्बाध दर्शन का आनंद ले रहे हैं।
रुद्रप्रयाग पुलिस द्वारा प्रदान की गई सहायता के कारण, केदारनाथ धाम में भक्त सहज और निर्बाध दर्शन अनुभव का आनंद ले रहे हैं। रुद्रप्रयाग पुलिस ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के आधिकारिक एक्स हैंडल पर पोस्ट किया, “आज 2 जून 2024 (रविवार) को श्री केदारनाथ धाम पहुंचे श्रद्धालुओं को पंक्तिबद्ध कराकर सुगम तरीके से दर्शन कराये जा रहे हैं। लाइन व्यवस्था में निश्चित दूरी व हरेक प्वाइन्ट पर सुरक्षा कर्मी सहयोग व सुरक्षा के लिए तैनात हैं। अपना पंजीकरण करने के उपरान्त ही केदारनाथ धाम यात्रा पर आयें।”
वहीं दूसरी ओर प्रदेश के सीएम पुष्कर धामी ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “जनपद पिथौरागढ़ में अद्भुत सौंदर्य एवं हिमालय की चोटियों के मध्य स्थित माँ कामाख्या मंदिर लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। ऐसी मान्यता है कि यहां माँ के दर्शन करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। अपने पिथौरागढ़ भ्रमण के दौरान यहां अवश्य पधारें।”