भाजपा के शीर्ष नेता, स्टार प्रचारक और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज (शुक्रवार) हिमाचल प्रदेश और पंजाब में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने आज सबसे पहले हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में जनसभा को संबोधित किया। शिमला में विशाल चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा पीएम मोदी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सीमा से सटा हुआ राज्य है। हिमाचल के लोग एक मजबूत और ताकतवर सरकार का मतलब जानते हैं। मोदी आपके लिए जान की बाजी लगा देगा, लेकिन आप पर कभी संकट नहीं आने देगा। उन्होंने कहा कि आपने कांग्रेस का दौर देखा है। जब एक कमजोर सरकार देश में हुआ करती थी। उस समय पाकिस्तान हमारे सिर पर चढ़कर नाचता था। कांग्रेस की कमजोर सरकार दुनिया में गुहार लगाती फिरती थी। मोदी ने कहा कि भारत अब दुनिया से भीख नहीं मांगेगा, भारत अपनी लड़ाई खुद लड़ेगा और फिर भारत ने घर में घुसकर मारा।
पीएम मोदी ने कहा कि जब बॉर्डर स्टेट में सड़क बनाने की बात आती थी। तो कांग्रेस के हाथ-पांव फूल जाते थे। कांग्रेस डर जाती थी कि अगर सड़क बनाई तो उसी सड़क से दुश्मन भीतर आ जाएगा। ऐसी डरपोक सोच मोदी के मिजाज के साथ मेल नहीं खाती। उन्होंने हिमाचल के लोगों से कहा, “आज मैं आपसे तीसरी बार भाजपा सरकार के लिए आशीर्वाद मांगने आया हूं। और मुझे आशीर्वाद मेरे लिए नहीं चाहिए, मेरे परिवार, मेरी जात-बिरादरी के लिए नहीं चाहिए। मुझे आशीर्वाद ताकतवर भारत बनाने के लिए, विकसित भारत बनाने के लिए और विकसित हिमाचल के लिए चाहिए।” पीएम मोदी इसके बाद मंडी जाएंगे।
लोकसभा चुनाव के छठे चरण के लिए प्रचार 23 मई को समाप्त हो गया। इस बीच आखिरी चरण यानि सातवें चरण के प्रचार के लिए सभी पार्टियां जुट गई है। बता दें कि पंजाब में 13 सीटों के लिए एक ही चरण में मतदान होगा, और यहां 1 जून को आखिरी चरण के तहत मतदान कराया जाएगा। पंजाब में लोकसभा चुनाव को लेकर प्रचार हर दिन के साथ रफ्तार पकड़ रहा है। पीएम मोदी पंजाब के गुरदासपुर और जालंधर में आज दोपहर 2 रैलियां करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी का शिमला में विशाल जनसभा को संबोधन
प्रधानमंत्री मोदी ने शिमला में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, मेरे लिए न नाहन नया है और न ही सिरमौर नया है। लेकिन मुझे कहना पड़ेगा कि आज का माहौल नया है। उन्होंने कहा कि जब देश मोदी को जानता नहीं था, तब भी आप लोगों ने मुझे आशीर्वाद और प्यार देने में कोई कमी नहीं रखी। समय बदला है, लेकिन मोदी नहीं बदला है। मोदी का हिमाचल से वही पुराना रिश्ता है। आज मैं आपसे तीसरी बार भाजपा सरकार के लिए आशीर्वाद मांगने आया हूं।
कांग्रेस ने हिमाचल के लोगों से खूब झूठ बोला
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “एक तरफ मोदी की गारंटी है और दूसरी तरफ कांग्रेस का बर्बादी का मॉडल। सत्ता पाने के लिए कांग्रेस ने हिमाचल के लोगों से खूब झूठ बोला। इन्होंने कहा कि पहली कैबिनेट में ये होगा, वो होगा। लेकिन पहली कैबिनेट में कुछ भी नहीं हुआ, बल्कि कैबिनेट ही टूट-फूट गई।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 15 सौ रुपए देने की बाटी कही थी जो किसी को भी नहीं मिला। कांग्रेस ने गोबर का पैसा देने का वायदा भी किया था, वो नहीं दिया। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने नौजवानों को पहली कैबिनेट में 1 लाख नौकरी मिलने को कहा था, वो भी नहीं मिली। तालाबाज कांग्रेस सरकार ने नौकरी की परीक्षा करने वाले आयोग को ही ताला लगा दिया। दिल्ली के जिस शाही परिवार ने हिमाचल को ये धोखा दिया, उसने फिर मुड़कर यहां अपनी शक्ल नहीं दिखाई है।
कांग्रेस और इंडी गठबंधन स्वार्थी और अवसरवादी
पीएम मोदी ने उपस्थित जनसमूह से कहा कि कांग्रेस और इंडी गठबंधन स्वार्थी और अवसरवादी है। 3 चीजें आपको इनमें कॉमन मिलेंगी,ये घोर सांप्रदायिक हैं। ये घोर जातिवादी हैं। ये घोर परिवारवादी हैं। 60 वर्ष तक कांग्रेस ने सोचा ही नहीं कि सामान्य वर्ग में भी गरीब होते हैं। उनको भी आरक्षण की जरूरत है, कांग्रेस ने इन समाज के बारे में कभी सोचा ही नहीं। मोदी ने आकर सामान्य वर्ग के गरीब लोगों के लिए 10% आरक्षण किया और इस देश में कोई झगड़ा नहीं हुआ। इसके कारण आज हमारे समाज के लोगों को अलग-अलग स्थान पर अवसर मिल रहा है। कांग्रेस ने हमारे गिरिपार के हाटी समुदाय को भी आरक्षण नहीं दिया था।
इंडी गठबंधन की साजिश का ताजा उदाहरण पश्चिम बंगाल
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि ये लोग भारत को तबाह करने के लिए खेल खेल रहे हैं। यह चुनाव मौका है उन लोगों को कहने का, रुक जाओ ! अब बहुत हो चुका हम देश को तोड़ने नहीं देंगे। उन्होंने आगे कहा कि इंडी गठबंधन की साजिश का ताजा उदाहरण पश्चिम बंगाल में सामने आया है। 2 दिन पहले ही वहां कोलकाता उच्च न्यायालय ने कई मुस्लिम जातियों के आरक्षण को खत्म कर दिया। मुसलमानों की कई जातियों को इंडी गठबंधन वालों ने ओबीसी बना दिया था और ओबीसी का हक उनको दे दिया था। ऐसा करके इंडी गठबंधन ने ओबीसी के हक पर डाका डाला और संविधान की धज्जियां उड़ा दी। अब कोलकाता हाईकोर्ट के फैसले के बाद इंडी गठबंधन वाले बौखलाए हुए हैं। बंगाल की मुख्यमंत्री तो सीधे-सीधे कोर्ट के फैसले को मानने से भी इनकार कर रही हैं। इनके लिए संविधान और अदालतें कोई मायने नहीं रखती। इनका सबसे सगा अगर कोई है, तो वो इनका वोटबैंक है।