प्रतिक्रिया | Friday, May 02, 2025

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03/01/24 | 9:07 am

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IIT मद्रास 2024 में 100 स्टार्टअप करेगा शुरू, राष्ट्रीय महत्व के उत्पाद लाएंगे सामने

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (आईआईटी मद्रास) अगले साल 2024 में विभिन्न क्षेत्रों में कम से कम 100 स्टार्टअप शुरू करने का लक्ष्य बना रहा है। भारत में शीर्ष डीप-टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम में से एक के रूप में मान्यता प्राप्त, आईआईटी मद्रास इनक्यूबेशन सेल (आईआईटीएमआईसी) विभिन्न नवाचार और उद्यमिता परियोजनाओं की देख-रेख, समर्थन और उत्साहवर्धन करने वाली इकाई है।

2024 के लिए अपने लक्ष्यों को साझा करते हुए, आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रोफेसर वी. कामकोटि ने कहा, “आईआईटी मद्रास ने 2023 के दौरान कई महत्वाकांक्षाओं को साकार किया। पिछले वर्ष में, हमने आईआईटीएम ज़ांज़ीबार कैंपस सहित कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं शुरू की, जो देश का सबसे बड़ा कैंपस बन गया। विदेश में स्थापित होने वाला पहला आईआईटी, चिकित्सा विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग शुरू किया और इस दिशा में और निष्ठा से काम करने की इच्छा रखते हैं।” 

प्रोफेसर कामकोटि ने आगे कहा, “हम अंततः इस विषय पर एक नया स्कूल शुरू करने की योजना बना रहे हैं। यह बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि आज हम अंतःविषय शिक्षा की ओर बढ़ रहे हैं। हम भी इस वित्तीय वर्ष को अधिकतम परियोजनाओं के साथ समाप्त करना चाहते हैं।''

366 पेटेंट के साथ वर्ष की समाप्ति करने पर कर रहे विचार

प्रोफेसर वी. कामकोटि ने कहा, “2024 के लिए हमारे पास बहुत अधिक रोमांचक पहल और सामाजिक रूप से प्रासंगिक परियोजनाएं हैं, जिनसे देश को बहुत लाभ होगा। हम इस वित्तीय वर्ष (31 मार्च 2024) को 366 पेटेंट के साथ वर्ष की समाप्ति करने पर विचार कर रहे हैं। हम प्रतिदिन एक पेटेंट देखने की पूरी कोशिश करेंगे।  

ये स्टार्ट-अप ऐसे उत्पाद लेकर लोगों के सामने आएंगे जो राष्ट्रीय महत्व के होंगे

आईआईटी मद्रास के लिए यह बहुत गर्व की बात है कि हम बहुत अधिक नवाचार करते हैं। हम 2024 में 100 स्टार्टअप शुरू करने पर भी विचार कर रहे हैं। हम हाइपरलूप स्टार्ट-अप, ईप्लेन, अग्निकुल कॉसमॉस और माइंड ग्रोव टेक्नोलॉजीज के माध्यम से कई दिलचस्प तकनीकें विकसित करने में लगे हुए हैं, जो सभी आईआईटी मद्रास-इनक्यूबेटेड स्टार्टअप हैं। ये स्टार्ट-अप ऐसे उत्पाद लेकर लोगों के सामने आएंगे जो राष्ट्रीय महत्व के होंगे।”

इसके अलावा, प्रोफेसर वी. कामकोटि ने कहा, “हम एनआईआरएफ (राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क) में #1 रैंकिंग बनाए रखने की दिशा में भी बहुत मेहनत कर रहे हैं। उम्मीद है, हम विश्व रैंकिंग में भी उच्च रैंकिंग की ओर बढ़ना चाह रहे हैं। हम आईआईटीएम ज़ांज़ीबार में कुछ नए पाठ्यक्रम शुरू करना चाहते हैं।”

आईआईटी मद्रास द्वारा किए गए वर्ष 2023 के उल्लेखनीय कार्य : 

1) आईआईटी मद्रास ज़ांज़ीबार कैंपस लॉन्च- आईआईटी मद्रास किसी विदेशी देश में कैंपस लॉन्च करने वाला पहला आईआईटी बन गया। आईआईटीएम ज़ांज़ीबार के पहले बैच में, ज़ांज़ीबार, मुख्य भूमि तंजानिया, नेपाल और भारत के छात्रों को प्रवेश दिया गया है, जिनमें से 40 प्रतिशत छात्र महिलाएं हैं।

2) शिक्षा में डिजिटल प्रौद्योगिकियों पर G20 सम्मेलन- आईआईटी मद्रास ने 31 जनवरी 2023 को अपने रिसर्च पार्क में 'शिक्षा में डिजिटल प्रौद्योगिकी की भूमिका' पर एक  G20 सेमिनार का आयोजन किया। इसका उद्देश्य शिक्षा में डिजिटल प्रौद्योगिकी के प्रभावी उपयोग के लिए नीतियों की पहचान करना जिसके तहत G20 सदस्य देशों में शैक्षणिक संस्थानों के बीच संभावित अनुसंधान और अकादमिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए क्षेत्र/विषय रखा गया।

3) चिकित्सा विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग- आईआईटी मद्रास ने मई 2023 के दौरान चिकित्सा विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग का शुभारंभ किया, जो चार वर्षीय बी.एस. चिकित्सा विज्ञान और इंजीनियरिंग में कार्यक्रम की पेशकश करेगा। यह भारत में अपनी तरह का पहला मामला है। यह पाठ्यक्रम छात्रों को जीवन रक्षक चिकित्सा उपकरणों, दवा की खोज, चिकित्सा में कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मौलिक चिकित्सा अनुसंधान को डिजाइन करने के लिए तैयार करने के लिए एक वातावरण प्रदान करता है। 

4) स्कूल ऑफ सस्टेनेबिलिटी- आईआईटी मद्रास ने अक्टूबर 2023 के दौरान एक स्कूल ऑफ सस्टेनेबिलिटी लॉन्च किया, जो इस क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य की संस्थान की मजबूत परंपरा को बढ़ावा देगा।

5) स्कूल ऑफ डेटा साइंस एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस- आईआईटी मद्रास एक स्कूल ऑफ डेटा साइंस एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भी लॉन्च करने जा रहा है, जिसे संस्थान के संभावित 18वें विभाग के रूप में स्थापित किया जाएगा।

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आखरी अपडेट: 1st May 2025