भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आगामी महाकुंभ मेले के लिए मौसम अपडेट के लिए एक विशेष वेबपेज लॉन्च किया है। आईएमडी के निदेशक मनीष रानालकर ने शुक्रवार को इसके बारे में बताया।
हर 15 मिनट में मिलेगी मौसम की अपडेट
रानालकर ने समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा, “आगामी महाकुंभ मेले के लिए, आईएमडी ने आज एक विशेष वेबपेज लॉन्च किया, जो हर 15 मिनट में मौसम अपडेट देगा और मौसम का पूर्वानुमान भी वेबसाइट पर दिन में दो बार उपलब्ध होगा।”
हर 15 मिनट में महाकुंभ जिले से मौसम का अपडेट वेबपेज पर उपलब्ध रहेगा
मौसम विभाग के वैज्ञानिक ने आगे बताया कि महाकुंभ को अस्थायी जिले के रूप में स्थापित किया गया है। हमने इसमें तीन नए एडब्ल्यूएस स्थापित किए हैं और हर 15 मिनट में महाकुंभ जिले से मौसम का अपडेट वेबपेज पर उपलब्ध रहेगा। लोगों को वास्तविक समय में मौसम का अपडेट प्राप्त करने के लिए जिले में दो डिजिटल डिस्प्ले भी लगाए जाएंगे।
महानिर्वाणी अखाड़े के साधुओं ने महाकुंभ शिविर में प्रवेश किया
इससे पहले, महानिर्वाणी अखाड़े के साधुओं ने ‘डमरू’ (एक छोटा दो मुंह वाला ढोल) बजाते हुए महाकुंभ शिविर में प्रवेश किया और महादेव का नाम लिया। अटल अखाड़े के साधु भी भव्य जुलूस के साथ महाकुंभ शिविर में पहुंचे और पुलिस अधिकारियों ने उनका माला पहनाकर गर्मजोशी से स्वागत किया।
राख में विसर्जित, माला पहने, घोड़ों पर सवार और ढोल बजाते हुए वे शिविर क्षेत्र में प्रवेश कर गए। कुछ साधु अखाड़े के झंडे लेकर चलते भी देखे गए।
इस वर्ष के मेले के लिए बेहतरीन व्यवस्था
अटल अखाड़े के आचार्य विश्वानंद सरस्वती ने कहा, “सभी को कुंभ मेले में आना चाहिए और यहां एकत्रित लोगों की एकता को देखना चाहिए और अपने देशों में भी ऐसी ही एकता को बढ़ावा देने और स्थापित करने का प्रयास करना चाहिए।”
2019 के महाकुंभ मेले में भाग लेने वाले आध्यात्मिक नेता जगद्गुरु नरेंद्राचार्यजी महाराज ने कहा कि इस वर्ष के मेले के लिए बेहतरीन व्यवस्था की गई है।
प्रयागराज में महाकुंभ मेले की शुरुआत 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के दिन होगी। मान्यता है कि महाकुंभ के दौरान संगम स्नान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। श्रद्धालुओं के संकल्प पूरे होते हैं। महाकुंभ मेले का समापन 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन होगा। (इनपुट-एएनआई)