जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया है। इस फैसले का असर उत्तर प्रदेश के मेरठ जोन में भी दिखा, जहां 150 से ज्यादा पाकिस्तानी नागरिकों को उनके देश वापस भेज दिया गया। मेरठ जोन के एडीजी (अपर पुलिस महानिदेशक) भानु भास्कर ने बताया कि यह कार्रवाई सुरक्षा कारणों से की गई है। उन्होंने कहा कि शॉर्ट टर्म वीजा पर भारत आए सभी पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान कर उन्हें उसी रास्ते से वापस भेजा गया, जिससे वे भारत आए थे। मेरठ, सहारनपुर, हापुड़ समेत सात जिलों में अभियान चलाया गया, जिसमें मेरठ जिले से चार पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान हुई, जिनमें एक महिला भी शामिल है।
एडीजी ने बताया कि केंद्र सरकार के आदेश के बाद राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन ने तेजी से वीजा और पासपोर्ट की जांच शुरू की। अभियान के तहत यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी पाकिस्तानी नागरिक बिना अनुमति के भारत में न रुका हो। निगरानी अब भी जारी है।
एडीजी भानु भास्कर ने पहलगाम हमले को कायरतापूर्ण और दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार और यूपी पुलिस इस हमले की कड़ी निंदा करती है। देश के अन्य हिस्सों में भी ऐसे पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान की जा रही है जो शॉर्ट टर्म वीजा पर भारत में रह रहे हैं, ताकि उन्हें जल्द से जल्द पाकिस्तान भेजा जा सके। केंद्र सरकार का यह फैसला सुरक्षा के लिहाज से एक बड़ा कदम माना जा रहा है।