भारत और भूटान के बीच आपसी संबंधों को बढ़ावा देते हुए असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने गुरुवार को तामुलपुर जिले के दरंगा में आयोजित एक समारोह में भूटान के प्रधानमंत्री दासो शेरिंग तोबगे की मौजूदगी में दर्रांगा इमिग्रेशन चेक पोस्ट का उद्घाटन किया। उन्होंने सीमावर्ती बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, व्यापार और वाणिज्य की सुचारू आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के प्रयासों और पहलों के लिए केन्द्र सरकार को धन्यवाद दिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल आचार्य ने कहा कि यह भारत और भूटान के बीच आपसी मित्रता और सहयोग के लिए एक उपयुक्त समय है, जिसमें असम सभी गतिविधियों का केंद्र है। असम और भूटान की भौगोलिक निकटता को देखते हुए राज्य एक बड़ी भूमिका के लिए तैयार है और इसे भारत-भूटान द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के लिए एक स्प्रिंग बोर्ड के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्होंने सीमावर्ती बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, व्यापार और वाणिज्य की सुचारू आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के प्रयासों और पहलों के लिए केन्द्र सरकार को भी धन्यवाद दिया।
राज्यपाल आचार्य ने कहा कि यह चेक पोस्ट भारत और भूटान के बीच यात्रा को आसान बनाएगा। यह व्यापार, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और रणनीतिक सहयोग को बढ़ावा देगा। हमारा रिश्ता अनोखा, साझा सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक संबंधों पर आधारित है।
उन्होंने प्रस्तावित रेल संपर्क सहित सीमा पार संपर्क पहलों के महत्व पर बल दिया तथा द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक ऊंचाई पर ले जाने में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए दोनों देशों की सरकारों, अधिकारियों और नागरिकों को धन्यवाद दिया।
राज्यपाल कहा कि इस चेक पोस्ट का उद्घाटन हमारे दीर्घकालिक संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो क्षेत्रीय विकास और सहयोग के लिए नए अवसर खोलता है।